ऑनलाइन पढ़ाई में कई परेशानी झेल रहे विद्यार्थी
मोबाइल से पढ़ाई होने की वजह से बच्चों की आंखों पर हो रहा दुष्प्रभाव

दमोह. हालही में सरकार ने विभिन्न समस्याओं को देखते हुए नर्सरी से कक्षा पांचवी तक के बच्चों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई पर प्रतिबंध लगाया है। इसका असर देखने को मिल रहा है। प्राइमरी के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई से छुटकारा मिलने राहत महसूस कर रहे हैं। लेकिन अब माध्यमिक स्तर के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई के दुष्प्रभाव झेलने पड़ रहे हैं। निजी स्कूल संचालकों की मनमानी वर्तमान में ऑनलाइन पढ़ाई पर केंद्रित रह गयी है। सुबह से शुरू ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों के दिमाग पर उल्टा असर पड़ रहा है। साथ ही मासूमों की आंखों पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। अभिभावकों को बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता है। लेकिन स्कूल संचालक जबरदस्ती ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं। पढ़ाई को लेकर इस प्रकार का भ्रम फैलाया जा रहा है कि बच्चे यदि ऑनलाइन पढ़ाई नहीं करेंगे तो पढ़ाई में पिछड़ जाएंगे। ऐसे में अभिभावक मजबूरी में बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं। अभिभावकों द्वारा चिंता व्यक्त करते हुए कहा जा रहा है कि मोबाइल की स्क्रीन की रोशनी मासूम बच्चों की आखों पर दुष्प्रभाव डाल रहीं हैं। ऐसे में कई बच्चों को एक टक मोबाइल की स्क्रीन देखने से आंसू भी निकलते हैं। साथ ही सिर दर्द जैसी समस्याएं सामने आ रहीं हैं।।इसके बाद भी ऑनलाइन पढ़ाई बंद नहीं की जा रही है।
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