फंदे से लटका देख घबराईं छात्राएं, 4 बेहोश –
डीपीएसजी स्कूल की होस्टल के कक्ष क्रमांक एस-01 में फंदे से लटके स्पोट्र्स टीचर को जब कॉलेज की छात्राओं ने फंदे से लटकता देखा तो उनमें से चार छात्राएं देखते ही बेहोश हो गईं। जिन्हें तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया बताया गया। लेकिन इलाज के बाद उन्हें छुट्टि दे दी गई। सोमवार सुबह कॉलेज की छात्राओं में रक्षा कुमारी (22) रचना (21) समीक्षा (20) व रज्जो बाई (21) को सुबह करीब १० बजे भर्ती कराया गया था। जहां पर रक्षा व रचना का प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टि कर दी थी। जबकि रज्जो व समीक्षा को आइसीयू वार्ड में भर्ती किया गया था। लेकिन उन्हें भी कुछ देर बाद छुट्टि दे दी थी।
घटना के बाद मौके पर पहुंची मंगेतर व शिक्षक का पिता-
घर से निकली मंगेतर जब कॉलेज पहुंची तब तक उसने फंदे पर लटककर जान दे दी थी। जिसके बाद पिता व शाम को अन्य परिजन भी पहुंचे। जो अपने बेटे का शव देखकर बिलखते रहे। पिता ने पुलिस को बयान दिए कि वह किसी भी तरह से किसी को दोषी नहीं मानता। उसने कॉलेज व स्कूल प्रबंधन से भी किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं की। परिजनों ने निरंजन के गुस्सैल होने की बात कही। उन्होंने उसकी मंगेतर को भी बेकसूर बताया।
पूर्व में भी निकला था प्रेम प्रसंग-
३ जनवरी को एक नर्सिंग छात्रा द्वारा फंदे से लटककर जान दी थी। जिसमें भी प्रेम प्रसंग का मामला निकला था। जिसमें आरोपी प्रेमी के खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेजा गया था। यह दूसरा मामला १० दिन बाद १४ जनवरी को देखने मिला। जिसको लेकर राजनीति करने वाले भी पीछे नहीं रहे।
इधर राजनीति गर्माई –
पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया की पत्नी डॉ. सुधा मलैया द्वारा संचालित डीपीएसजी व ओजस्विनी इंस्टीट्ट्यूट एवं टैक्नलॉजी परिसर में होने वाले दो घटनाक्रमों के बाद आखिर सरकार में बैठी कांग्रेस भी कैसे पीछे रहती। घटना की जानकारी लगते ही कांग्रेस के शहर अध्यक्ष यशपाल चौधरी अन्य समर्थकों के साथ पहुंचे। जिनहोंने एक ज्ञापन सौंपते हुए कलेक्टर से जांच दल गठित कर उच्चस्तरीय जांच की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि शिक्षक व छात्राओं को कॉलेज व स्कूल में दबाव बनाकर रखा जाता है। जिसमें ७ दिवस में जांच करते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की। इस दौरान ज्ञापन देने वालों में संतोष भारती, मंजीत यादव, नितिन मिश्रा सहित अन्य लोग शामिल रहे।
इन्होंने भी की जांच की मांग-
बीएसपी से निर्वाचित पथरिया विधानसभा की विधायक रामबाई सिंह ने भी ओजस्विनी कॉलेज व डीपीएसजी में होने वाले घटनाक्रम की जांच की मांग की। उन्होंने बताया कि लगातार हो रहे घटनाक्रम के पीछे आखिर कारण क्या है। इसकी जांच करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की जाना चाहिए।
इन्होंने रखा अपना पक्ष –
ओजस्विनी कॉलेज व डीपीएसजी की संचालक डॉ. सुधा मलैया की ओर से उनके बेटे सिद्धार्थ मलैया ने पक्ष रखते हुए कहा कि पहले एक छात्रा ने सोसाइट की थी उस समय राजनीति की गई थी। उसके बाद फिर स्पोर्ट्स टीचर द्वारा जान दी है। जिसमें एक राजनीतिक पार्टी राजनीति कर रही है, जो उचित नहीं है। ओजस्विनी स्कूल व कॉलेज के ऊपर उंगली उठाना बिल्कुल ही गलत है। क्योंकि निजी क्षेत्र में ओजस्विनी निजी क्षेत्र के अंदर सबसे बड़ा उपक्रम है। सैकड़ों विद्यार्थी पढ़कर निकल रहे हैं। हजारों का स्टॉफ है। जिस पर आक्षेप लगाना उचित नहीं है। इस पर राजनीति न की जाए, क्योंकि संस्थान से बहुत सारे परिवार जुड़े हुए हैं।
देहात थाना प्रभारी अनिल सिंह का कहना है कि उन्होंने हर एंगिल पर जांच की है। सीसीटीवी फुटेज भी मंगाए हैं। मृतक के माता पिता के बयान व उसकी जिसके साथ शादी होने वाली थी और वह विडियो कॉलिंग से बात कर रहा था उसके बयान भी दर्ज कर रहे हैं। मंगलवार को मर्ग कायम कर शव परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा।
डीपीएसजी स्कूल की होस्टल के कक्ष क्रमांक एस-01 में फंदे से लटके स्पोट्र्स टीचर को जब कॉलेज की छात्राओं ने फंदे से लटकता देखा तो उनमें से चार छात्राएं देखते ही बेहोश हो गईं। जिन्हें तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया बताया गया। लेकिन इलाज के बाद उन्हें छुट्टि दे दी गई। सोमवार सुबह कॉलेज की छात्राओं में रक्षा कुमारी (22) रचना (21) समीक्षा (20) व रज्जो बाई (21) को सुबह करीब १० बजे भर्ती कराया गया था। जहां पर रक्षा व रचना का प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टि कर दी थी। जबकि रज्जो व समीक्षा को आइसीयू वार्ड में भर्ती किया गया था। लेकिन उन्हें भी कुछ देर बाद छुट्टि दे दी थी।
घटना के बाद मौके पर पहुंची मंगेतर व शिक्षक का पिता-
घर से निकली मंगेतर जब कॉलेज पहुंची तब तक उसने फंदे पर लटककर जान दे दी थी। जिसके बाद पिता व शाम को अन्य परिजन भी पहुंचे। जो अपने बेटे का शव देखकर बिलखते रहे। पिता ने पुलिस को बयान दिए कि वह किसी भी तरह से किसी को दोषी नहीं मानता। उसने कॉलेज व स्कूल प्रबंधन से भी किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं की। परिजनों ने निरंजन के गुस्सैल होने की बात कही। उन्होंने उसकी मंगेतर को भी बेकसूर बताया।
पूर्व में भी निकला था प्रेम प्रसंग-
३ जनवरी को एक नर्सिंग छात्रा द्वारा फंदे से लटककर जान दी थी। जिसमें भी प्रेम प्रसंग का मामला निकला था। जिसमें आरोपी प्रेमी के खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेजा गया था। यह दूसरा मामला १० दिन बाद १४ जनवरी को देखने मिला। जिसको लेकर राजनीति करने वाले भी पीछे नहीं रहे।
इधर राजनीति गर्माई –
पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया की पत्नी डॉ. सुधा मलैया द्वारा संचालित डीपीएसजी व ओजस्विनी इंस्टीट्ट्यूट एवं टैक्नलॉजी परिसर में होने वाले दो घटनाक्रमों के बाद आखिर सरकार में बैठी कांग्रेस भी कैसे पीछे रहती। घटना की जानकारी लगते ही कांग्रेस के शहर अध्यक्ष यशपाल चौधरी अन्य समर्थकों के साथ पहुंचे। जिनहोंने एक ज्ञापन सौंपते हुए कलेक्टर से जांच दल गठित कर उच्चस्तरीय जांच की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि शिक्षक व छात्राओं को कॉलेज व स्कूल में दबाव बनाकर रखा जाता है। जिसमें ७ दिवस में जांच करते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की। इस दौरान ज्ञापन देने वालों में संतोष भारती, मंजीत यादव, नितिन मिश्रा सहित अन्य लोग शामिल रहे।
इन्होंने भी की जांच की मांग-
बीएसपी से निर्वाचित पथरिया विधानसभा की विधायक रामबाई सिंह ने भी ओजस्विनी कॉलेज व डीपीएसजी में होने वाले घटनाक्रम की जांच की मांग की। उन्होंने बताया कि लगातार हो रहे घटनाक्रम के पीछे आखिर कारण क्या है। इसकी जांच करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की जाना चाहिए।
इन्होंने रखा अपना पक्ष –
ओजस्विनी कॉलेज व डीपीएसजी की संचालक डॉ. सुधा मलैया की ओर से उनके बेटे सिद्धार्थ मलैया ने पक्ष रखते हुए कहा कि पहले एक छात्रा ने सोसाइट की थी उस समय राजनीति की गई थी। उसके बाद फिर स्पोर्ट्स टीचर द्वारा जान दी है। जिसमें एक राजनीतिक पार्टी राजनीति कर रही है, जो उचित नहीं है। ओजस्विनी स्कूल व कॉलेज के ऊपर उंगली उठाना बिल्कुल ही गलत है। क्योंकि निजी क्षेत्र में ओजस्विनी निजी क्षेत्र के अंदर सबसे बड़ा उपक्रम है। सैकड़ों विद्यार्थी पढ़कर निकल रहे हैं। हजारों का स्टॉफ है। जिस पर आक्षेप लगाना उचित नहीं है। इस पर राजनीति न की जाए, क्योंकि संस्थान से बहुत सारे परिवार जुड़े हुए हैं।
देहात थाना प्रभारी अनिल सिंह का कहना है कि उन्होंने हर एंगिल पर जांच की है। सीसीटीवी फुटेज भी मंगाए हैं। मृतक के माता पिता के बयान व उसकी जिसके साथ शादी होने वाली थी और वह विडियो कॉलिंग से बात कर रहा था उसके बयान भी दर्ज कर रहे हैं। मंगलवार को मर्ग कायम कर शव परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा।