नौरादेही अभ्यारण्य व सिंग्रामपुर रेंज में हो रही सागौन की कटाई
दमोहPublished: Jul 23, 2021 10:17:56 pm
सागौन माफिया का लगातार बढ़ रहा दखल
Teak harvesting happening in Nauradehi Sanctuary and Singrampur range
तेंदूखेड़ा. नौरादेही अभ्यारण्य व सिंग्रामपुर वन परिक्षेत्र की बीटों में सागौन की अवैध तस्करी जोरों पर बढ़ गई है। लगातार पेड़ काटे जा रहे हैं, जंगलों से तस्कर लकड़ी चुराकर कर ले जा रहे हैं। यह दोनों वन परिक्षेत्र वन्य प्राणियों की आश्रय स्थली भी हैं, जिससे उनके प्राकृतिक घर छिनने का खतरा बढ़ता जा रहा है।
नौरादेही अभ्यारण्य जिसकी सीमाएं सागर, दमोह और नरसिंहपुर तक फैली हुई हंै जो 1200 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले इस अभ्यारण्य में पेड़ों की विधिवता है। जिसमें मूल्यांकन सागौन और शीशम बहुतायत में पाया जाता है। आज इसका अस्तित्व खतरे में प्रतीत होता हुआ नजर आ रहा है। वन विभाग द्वारा अभ्यारण्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जहां करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है। वहीं जैव विविधता को सहेजने के लिए भले ही अभ्यारण्य में लाखों जतन किए गए हों लेकिन इमारती लकड़ी तस्कर वन्यप्राणियों के आशियानों को उजाड़ रहे हैं। दिनदहाड़े और रात के अंधेरे में होने वाली कटाई के 10 फीसदी मामले अभी तक वन अमले की नजर में नहीं आ रहे हैं।
महिला रेंजर की मुस्तैदी से हड़कंप
नौरादेही अभ्यारण्य में बीते 4 माह से महिला रेंजर लक्ष्मी यादव ने अपनी मुस्तैदी व लगातार गस्ती से तस्करों में हड़कंप की स्थिति बना दी है। उन्होंने पहली कार्रवाई 26 अप्रेल, दूसरी कार्रवाई 13 जुलाई
को की थी। इसके बाद रात और दिन में गस्ती बढऩे से लकड़ी तस्करों का मूवमेंट कम दिख रहा है।
5 बाघ भी नहीं रोक पा रहे कटाई
नौरादेही अभ्यारण्य में 5 बाघ विचरण कर रहे हैं। इन बाघों की मौजूदगी भी लकड़ी तस्करों को रोक नहीं पा रही है। वहीं बाघों के लिए खतरा बढऩे लगा है, क्योंकि लकड़ी तस्कर हथियारों से लैस होकर जंगलों में प्रवेश कर रहे हैं।
कुंडम और माला मानगढ़ बीट में कटाई
बम्हौरीमाला. सिंग्रामपुर वन परिक्षेत्र की कुंडम व माला मानगढ़ बीट के जंगल में सागौन की अवैध कटाई की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि माला मानगढ़ बीट में पदस्थ बीट गार्ड अरविंद राय चार्ज लेने के बाद एक भी दिन मुख्यालय पर नहीं रुके है। सिंग्रामपुर रेंजर आश्रय उपाध्याय को लगातार सूचना दी जा रही है, लेकिन वह कॉल रिसीव नहीं कर रहे हैं। जंगल में सागौन के पौधों की अवैध कटाई और अवैध पत्थरों का परिवहन ट्रैक्टर ट्राली द्वारा किया जा रहा है। जंगल में भोंदला बाबा और करिया ककरा के पास लगे पत्थरों के लगे ढेर को भी उठाया जा रहा है। सागौन की लकड़ी सबसे ज्यादा मकानों के दरवाजे व खिड़कियों के लिए काटी जा रही है। ग्राम पंचायतों में कुटीर निर्माण का काम चल रहा है। सागौन के पौधों की डूंटें कटी हुई साफ दिख रही हैं। इस संबंध में डिप्टी रेंजर राजेंद्र अहिरवार का कहना है कि मैं अभी दमोह में हूं। मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं है। माला डिपो में कोई भी कर्मचारी अभी नहीं है। जंगल से पत्थर उठाने की जानकारी मुझे नहीं है।