पड़ोसी चार वार्डों का कचरा फिकता है हरसिद्धि माता मंदिर रोड पर
दमोहPublished: Sep 27, 2022 09:21:05 pm
बिजली के खंभे लगा दिए कनेक्शन ही नहीं किए


They installed electricity poles but did not make connections
दमोह. फुटेरा वार्ड नं. 1 का रिहायशी इलाका 6 वार्डों के बीच घिरा हुआ है। यहां पर सबसे बड़ी समस्या प्रसिद्ध हरसिद्धि माता मंदिर रोड पर चार वार्डों का कचरा फैंका जाना है, इसके अलावा पठानी मोहल्ला मोड़ की खाली जगह पर भी दूसरे वार्डों का कचरा फैंका जाता है।
फुटेरा वार्ड नं. 1 महाकाली चौराहा से शुरू होता है और अंदर ही अंदर पठानी मोहल्ला तक आता है। इस वार्ड में दूसरे वार्ड का कचरा डंप होने की सबसे बड़ी समस्या है। गडऱयाऊ स्थित हरसिद्धि माता मंदिर प्रमुख आस्था का केंद्र है। यहां के रास्ते पर खाली पड़ी जगह पर सफाई कर्मियों द्वारा दूसरे वार्डों का कचरा फैंक दिया जाता है। यहां से सुबह कचरा उठने के बाद दोपहर तक कचरा फैंका जाता है, जिससे कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। इस स्थान पर बजरिया नं. 2, पुराना बाजार नं. 2, बजरिया वार्ड नं. 3 व फुटेरा वार्ड नं. 3 का आशिंक कचरा फैंका जाता है, इन चार वार्डों के अलावा इसी वार्ड का कचरा भी यही पर डंप हो रहा है, इस तरह 5 वार्डों का कचरा मुख्य आस्था के केंद्र हरसिद्धि माता मंदिर रोड पर फैंका जा रहा है। इसी तरह की स्थिति पठानी मोहल्ला मोड़ पर है, जहां भी दूसरे वार्डों का कचरा फैंका जाता है। इस वार्ड में पठानी मोहल्ला से हरसिद्धि माता मंदिर की ओर सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। इसी वार्ड में एक रिहायशी हिस्सा ऐसा है, जहां बिजली के खंभे नहीं गए हैं। स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन भी खंभों पर लटक रहे हैं जोड़े नहीं गए हैं। जिससे रात में गहन अंधकार छाया रहता है। इस वार्ड में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राहियों को राशि की स्वीकृति दी गई है, लेकिन कई हितग्राहियों को अभी तक पूरी किस्ते नहीं मिल पाई हैं।
प्रस्ताव डाले
वार्ड पार्षद संगीता राजा रौतेला का कहना है कि वार्ड की क्षतिग्रस्त सड़कों व नालियों का निर्माण कराए जाने के लिए प्रस्ताव डाले गए हैं। पिछले कार्यकाल में अधिकांश कार्य करा लिए गए थे, अब छोटे-छोटे काम शेष बचे हैं, जो पूरे कराए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना का लक्ष्य उनके वार्ड में लगभग पूर्ण हो गया है, अब केवल लोगों की बकाया किस्ते हैं, जिन्हें उनके खातों में डलवाना है। कुछ बारिश के कारण आवास क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके प्रस्ताव भी डाले हैं।