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पुलिस के टीआई ने पुलिस को दी पंचायत मंत्री की धौंस

locationदमोहPublished: Aug 13, 2017 01:26:00 pm

Submitted by:

Rajesh Kumar Pandey

एक पुलिस के टीआई को अपने भतीजे की गाड़ी छुड़वाने के लिए मप्र के पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव की धौंस देना पड़ी जिससे गाड़ी तो छूट गई, लेकिन एसपी के सख्त

सहारा के कैशियर से ठगी का पैसा

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दमोह. यातायात थाना प्रभारी रीता सिंह ने शुक्रवार की रात करीब 9.30 बजे एक स्कोर्पियो को काली फिल्म लगी होने की वजह से बस स्टैंड चौराहे पर रोक लिया। गाड़ी रोकने पर चालक के रूप में मौजूद अमित चौराहा पिता महेंद्र चौराहा ने अपनी पहचान की धौंस दिखाना यातायात प्रभारी को शुरू कर दी। मामला इतना तूल पकड़ा की दो जिले के थाना प्रभारियों में ठन गई।
आखिर दमोह पुलिस को गाड़ी छोडऩी पड़ी मामले के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार थाना प्रभारी रीता सिंह ने रहली टीआई रामअवतार चौराहा के भतीजे अमित चौराहा निवासी सिविल वार्ड दमोह की गाड़ी को काली फिल्म लगे होने की वजह से रोक ली थी। गाड़ी रोके जाने की वजह से अमित ने थाना प्रभारी को अपनी धौंस दिखानी शुरू कर दी और अपने पिता महेंद्र के बड़े भाई रामअवतार टीआई रहली को फोन लगा कर घटना की जानकारी दी। अमित ने थाना प्रभारी रीता सिंह से कहा कि वह रहली टीआई रामअवतार से बात करें, लेकिन रीता सिंह ने बात करने से पहले तो मना कर दिया लेकिन जब बाद में रीता ने रामअवतार टीआई रहली से बात की तो उन्होंने यातायात थाना प्रभारी से कहा कि वह पंचायत मंत्री के क्षेत्र के टीआई है। उनकी गाड़ी को छोड़ दिया जाए। यह मामला देखते ही देखते और अधिक तूल पकड़ गया और गाड़ी पकडऩे की जानकारी पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुंच गई। एक के बाद एक अधिकारियों के फोन यातायात प्रभारी के मोबाइल पर आने शुरू हो गए करीब 10 मिनट बाद सीएसपी आर राजन भी यातायात थाना चौकी पहुंच गए और उन्होंने गाड़ी को मौके से जाने दिया। यातायात थाना प्रभारी ने बताया कि सीएसपी आर राजन के निर्देशानुसार गाड़ी को छोड़ दिया गया है। वहीं उन्होंने बताया कि रहली टीआई रामअवतार चौराहा ने उनसे कहा था कि वह पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव के क्षेत्र के टीआई हैं। वहीं जानकारी के अनुसार जब यह मामला पुलिस कप्तान विवेक अग्रवाल तक पहुंचा तो उन्होंने मामले की जानकारी सीएसपी आर राजन से ली व थाना प्रभारी रीता सिंह से भी पूछताछ की। सूत्रों की मानें तो पुलिस कप्तान विवेक अग्रवाल ने थाना प्रभारी से कहा कि गाड़ी को बगैर चालान किए क्यों छोड़ दिया गया।


इसके बाद यातायात पुलिस व अन्य पुलिस के आला अधिकारी स्वयं के विरुद्ध होने वाली कार्रवाई से बचने के लिए अमित चौराहा की दोबारा तलाश में जुट गए। देर रात अमित चौराहा को यातायात थाना बुलवाया गया और चालानी कार्रवाई की गई। वही इस मामले में रहली टीआई रामअवतार चौराहा ने पत्रिका को बताया है कि जिस समय उनके भतीजे अमित की गाड़ी यातायात प्रभारी द्वारा रोकी गई थी तब उन्होंने पंचायत मंत्री के नाम से किसी प्रकार की धौंस रीता सिंह को नहीं दी थी, उन्होंने बताया कि इस मामले के लिए डीएसपी मुकेश अबिद्रा को तब फोन लगाया था, जब मेरे द्वारा किए गए फोन को रीता सिंह ने अपने मोबाइल पर रिसीव नहीं किए थे। टीआई रामअवतार ने बताया कि उन्होंने अपने भतीजे अमित को देर रात यातायात थाना चालानी कार्रवाई पूरी कराने के लिए भेजा था।
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