इसके बाद यातायात पुलिस व अन्य पुलिस के आला अधिकारी स्वयं के विरुद्ध होने वाली कार्रवाई से बचने के लिए अमित चौराहा की दोबारा तलाश में जुट गए। देर रात अमित चौराहा को यातायात थाना बुलवाया गया और चालानी कार्रवाई की गई। वही इस मामले में रहली टीआई रामअवतार चौराहा ने पत्रिका को बताया है कि जिस समय उनके भतीजे अमित की गाड़ी यातायात प्रभारी द्वारा रोकी गई थी तब उन्होंने पंचायत मंत्री के नाम से किसी प्रकार की धौंस रीता सिंह को नहीं दी थी, उन्होंने बताया कि इस मामले के लिए डीएसपी मुकेश अबिद्रा को तब फोन लगाया था, जब मेरे द्वारा किए गए फोन को रीता सिंह ने अपने मोबाइल पर रिसीव नहीं किए थे। टीआई रामअवतार ने बताया कि उन्होंने अपने भतीजे अमित को देर रात यातायात थाना चालानी कार्रवाई पूरी कराने के लिए भेजा था।