अफसर ने लिखा मैं रामबाई को जबाब देता तो कुछ भी हो सकता था
ट्रेजरी अफसर ने अपने पत्र में लिखा है कि पथरिया विधायक रामबाई बिना किसी पूर्व सूचना के आक्रमक तरीके से उनके चैंबर में आईं। धमकाते हुए शासकीय कार्य में व्यवधान उत्पन्न करते हुए मेरा वीडियो बनाया गया। गालियां दी गईं। वीडियो बनवाते समय इस तथ्य का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा गया कि जिला कोषालय दृढ़कक्ष भी है। जहां अरबों के स्टांप, मूल्यवान पैकेट संधारित हैं। मेरे द्वारा 86 आहरण अधिकारियों के पारितीकरण की प्रक्रिया का कार्य किया जा रहा था, जो गोपनीय प्रकृति का है। मेरे सही और वास्तविक स्थिति से अवगत कराए जाने के अनुरोध पर बार-बार धमकाते हुए रोका गया। इस घटना से मैं अत्यंत भयभीत हूं। मानसिक रूप से प्रताडि़त व गलत प्रस्तुतिकरण के कारण अपने सम्मान की गंभीर क्षति महसूस कर रहा है। उक्त वीडियो विधायक द्वारा मेरे चैंबर में बिना सक्षम प्राधिकार के तैयार कर अपने स्तर से इलेक्ट्रानिक माध्यम से तथ्यहीन आधार पर सार्वजनिक कराते हुए दुष्प्रचारित किया गया है व किया जा रहा है। मेरे साथ कभी भी किसी प्रकार की घटना घटित होती तो जवाब देह पथरिया विधायक रामबाई होंगी।
आरोप सही पाएं तो बर्खास्त करें
ट्रेजरी अफसर विवेक घारू ने कलेक्टर को लिखे पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि उन्होंने देयक रुकने के सभी कारणों से विधायक को मोबाइल व नोटशीट के माध्यम से अवगत करा दिया था। इसके अलावा यदि उन्होंने किसी से रुपए मांगे हैं। यदि जांच में मेरे ऊपर लगे आरोप सही पाए जाते हैं तो मेरी सेवा समाप्ति का प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाए।
राजपत्रित अधिकारी हो रहे एकजुट
ट्रेजरी अफसर विवेक घारू के साथ पथरिया विधायक द्वारा किए गए व्यवहार पर राजपत्रित अधिकारी एकजुट हो रहे हैं। गुरुवार की शाम 6 बजे ट्रेजरी ऑफिस में जिले के सभी राजपत्रित अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। जिसमें इस मामले का किस तरह से विरोध किया जाए और इस व्यवहार पर क्या कार्रवाई कराई जाए इसको लेकर विचार विमर्श के बाद निर्णय लिया जाएगा। अधिकारी हड़ताल व प्रदर्शन का निर्णय भी ले सकते हैं।