फोर व्हीलर से हो रही था परिवहन
बताया गया है कि मंगलवार-बुधवार की रात पुलिस को सूचना मिली थी कि फोर व्हीलर से गांजा की तस्करी हो रही है। सूत्र बताते हैं कि यह सूचना महकमे के वरिष्ठ अधिकारी को मिली थी और इसके बाद जिले के थानों की पुलिस को अलर्ट जारी हुआ। इधर वाहनों की हो रही जांच के दौरान कुम्हारी में पुलिस ने उक्त वाहन को पकड़ लिया, जिससे गांजा जब्त किया गया है।
बताया गया है कि मंगलवार-बुधवार की रात पुलिस को सूचना मिली थी कि फोर व्हीलर से गांजा की तस्करी हो रही है। सूत्र बताते हैं कि यह सूचना महकमे के वरिष्ठ अधिकारी को मिली थी और इसके बाद जिले के थानों की पुलिस को अलर्ट जारी हुआ। इधर वाहनों की हो रही जांच के दौरान कुम्हारी में पुलिस ने उक्त वाहन को पकड़ लिया, जिससे गांजा जब्त किया गया है।
गांजा तस्करी के लिए दमोह केंद्र बना
जिले में गांजा तस्करी के मामले अधिकांश सभी पुलिस थानों में सामने आ रहे हैं। हाल ही के कुछ दिनों पहले ही तेंदूखेड़ा पुलिस ने दो बड़ी गांजा जब्ती की कार्रवाइयों को अंजाम दिया था। जबकि सिटी कोतवाली पुलिस भी पिछले दो साल में लगभग आधा दर्जन से अधिक गांजा तस्करी की कार्रवाईयां पूरी कर चुकी है। इनके अलावा हटा, पटेरा, नोहटा, मडिय़ादो, बटियागढ़ थाना पुलिस द्वारा भी गांजा जब्ती के मामले सामने आए हैं। यानि पिछले दो से तीन सालों के रिकार्ड पर ध्यान दिया जाए, तो यह बात साफ है कि दमोह गांजा तस्करी का केंद्र बन चुका है। यहां उड़ीसा से गांजा की खेप पहुंचती है।
जिले में गांजा तस्करी के मामले अधिकांश सभी पुलिस थानों में सामने आ रहे हैं। हाल ही के कुछ दिनों पहले ही तेंदूखेड़ा पुलिस ने दो बड़ी गांजा जब्ती की कार्रवाइयों को अंजाम दिया था। जबकि सिटी कोतवाली पुलिस भी पिछले दो साल में लगभग आधा दर्जन से अधिक गांजा तस्करी की कार्रवाईयां पूरी कर चुकी है। इनके अलावा हटा, पटेरा, नोहटा, मडिय़ादो, बटियागढ़ थाना पुलिस द्वारा भी गांजा जब्ती के मामले सामने आए हैं। यानि पिछले दो से तीन सालों के रिकार्ड पर ध्यान दिया जाए, तो यह बात साफ है कि दमोह गांजा तस्करी का केंद्र बन चुका है। यहां उड़ीसा से गांजा की खेप पहुंचती है।
कई मामलों में पुलिस कार्यप्रणाली भी संदेहास्पद बनी
गांजा जब्ती के मामलों में अधिकांश पुलिस की कार्यप्रणाली गांजा जब्त होने की मात्रा को लेकर संदेह की स्थिति में होती है। बुधवार को हुई कार्रवाई में भी यह बात सामने आई है। वहीं तेंदूखेड़ा में हुई कार्रवाई में भी कुछ आरोपियों को पुलिस द्वारा राहत दिए जाने की बात चर्चाओं में चली आ रही है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस द्वारा गांजा जब्ती के बाद पूछताछ के दौरान कई संदेहियों की सूची तैयार की जाती है, इनमें कुछ को राहत मिलती है, खासतौर से जब्ती के मामलों में पुलिस उस व्यक्ति को राहत देती है, जिसके यहां गांजा की डिलेवरी होने वाली थी।
गांजा जब्ती के मामलों में अधिकांश पुलिस की कार्यप्रणाली गांजा जब्त होने की मात्रा को लेकर संदेह की स्थिति में होती है। बुधवार को हुई कार्रवाई में भी यह बात सामने आई है। वहीं तेंदूखेड़ा में हुई कार्रवाई में भी कुछ आरोपियों को पुलिस द्वारा राहत दिए जाने की बात चर्चाओं में चली आ रही है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस द्वारा गांजा जब्ती के बाद पूछताछ के दौरान कई संदेहियों की सूची तैयार की जाती है, इनमें कुछ को राहत मिलती है, खासतौर से जब्ती के मामलों में पुलिस उस व्यक्ति को राहत देती है, जिसके यहां गांजा की डिलेवरी होने वाली थी।