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3 घंटे तक ग्रामीणों ने तपती सड़क पर लगाया जाम

locationदमोहPublished: May 09, 2022 07:38:32 pm

Submitted by:

Rajesh Kumar Pandey

पंचमनगर का पानी तालाब में छोड़े जाने की मांग

Villagers jammed the scorching road for 3 hours

Villagers jammed the scorching road for 3 hours

दमोह/ खड़ेरी. पंचम नगर परियोजना का पानी आलमपुर तालाब में छोड़े जाने की मांग को लेकर सोमवार की सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक 3 घंटे तक ग्रामीणों ने चकाजाम करते हुए नारेबाजी की। तपती सड़क पर ग्रामीण नारेबाजी करते रहे, इस मार्ग पर चलने वाली बसें, कार व अन्य वाहन जाम में फंसे रहे। जहां जाम लगाया गया था, वहां पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं थी, जिससे लोग परेशान हो रहे थे। इधर आलमपुर गांव के लोगों की भी समस्या पानी थी कि आलमपुर तालाब में जल भराव न होने से वह पंचमनगर परियोजना का पानी तालाब में छोड़े जाने की मांग कर रहे थे।
लगातार भू जल स्तर घटने से अंचल में पानी के लिए हा हा कार मचा हुआ है, तो कहीं मजदूरी छोड़ पानी की जुगाड में लोग इधर उधर भटकते नजर आ रहे हैं। जल समस्या हल करने के लिए किए गए प्रशासनिक इंतजाम फेल दिखाई दे रहे हैं। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश नजर आ रहा है। आलमपुर गांव का भी यही हाल है, इस गांव में करोड़ों की लागत से विशाल तालाब बनाया गया है, इस तालाब का जितना कैचमेंट एरिया है, उसका जल भराव सालों में नहीं हो पा रहा है, जिससे मांग की जा रही है कि इस विशाल तालाब में पंचम नगर परियोजना का पानी छोड़ा जाए। पानी की कमी से परेशान ग्रामीणों का गुस्सा सोमवार को बढ़ गया और वह खड़ेरी बायपास पर बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए। लोगों ने चक्का जाम करते हुए नारेबाजी की। किसी भी वाहन को निकलने नहीं दे रहे थे। जाम की खबर मिलने पर केरबना चौकी प्रभारी कादर खान अपने बल के साथ पहुंचे। नायब तहसीलदार महेंद्र प्रताप उदैनिया भी मौके पर पहुंचे और उच्चाधिकारियों से बात करके आश्वासन दिया गया कि बुधवार को ग्राम पंचायत आलमपुर में चर्चा करेंगे और समस्या का समाधान जल्द किया जाएगा।
इस दौरान कांग्रेस युवा नेता बृजेंद्र सिंह राव व सरपंच प्रतिनिधि शिवराज सिंह भी पहुंचे, जिन्होंने ग्रामीणों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच चर्चा करते हुए समाधान निकालने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीणों को समझाने में करीब 3 घंटे गुजर गए। इधर ग्रामीणों द्वारा जाम न खोले जाने से बस, ट्रैक्टर ट्रालियां व चौपहिया वाहन जाम में फंस गए। जिनमें सवार यात्री गर्मी से हलाकान होते रहे। करीब 1 बजे तक ग्रामीणों व अधिकारियों में समझौता हुआ, इसका स्थायी समाधान निकालने का आश्वासन दिया गया तब जाकर जाम खोला गया। जाम खुलने के बाद करीब एक घंटे तक यातायात की स्थिति बनाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। वाहनों की लगी कतारों को एक लाइन में लगाकर निकाला गया 2 बजे के बाद बटियागढ़-केरबना मार्ग बहाल हो सका। बटियागढ़ ब्लॉक के आलमपुर व खड़ेरी गांव पेयजल संकट वाले गांव हैं, इन दोनों गांवों का भू-गर्भीय जल स्तर काफी नीचे चला जाता है, जिससे ग्रामीणों को पानी की मशक्कत करनी पड़ती है। इन गांवों के नजदीक से पंचमनगर परियोजना का क्रियान्वयन किया है, जिससे ग्रामीण इस योजना का लाभ अब अपने गांव के लिए भी चाहते हैं।
 
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