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पाठाघाट पुल पर आया पानी जनजीवन अस्त व्यस्त

locationदमोहPublished: Jul 24, 2021 11:15:03 pm

Submitted by:

Rajesh Kumar Pandey

18 गांव का आवागमन हो गया बाधित

Water came on Pathaghat bridge disturbed life

Water came on Pathaghat bridge disturbed life

तेंदूखेड़ा. तेंदूखेड़ा जामुनखेड़ा पाठाघाट पुल पर शनिवार की सुबह 3 बजे से जोरदार बारिश ने उफान पर ला दिया है। जिससे 18 गांव का तेंदूखेड़ा से संपर्क कट गया है। पुल से 2 फुट ऊपर पानी बह रहा है।
सुबह से ही पुल पर पानी आ जाने के बाद लोगों की आवाजाही शुरू हो रही थी, जिस पर पुलिस की सुरक्षा ड्यूटी लगा दी गई है। पाठाघाट रिपटा को बड़े पुल में तब्दील कराने की मांग लगातार चल रही है। लेकिन सुनवाई न होने से बारिश के दिनों में अब लोगों को इसी तरह मुसीबत का सामना करना पड़ेगा।
इन गांव का टूट जाता है संपर्क
इस पुल से 18 गांव के लोगों आवागमन करते हैं जिनमें खामखेड़ा, निबौरा, अजीतपुर, दलपतखेड़ा, कछयाई, खमरियाकला, नन्ही देवरी, निजाम देवरी, बुढ़ेला पटी, बैलबाड़ा, मानपुरा, टगरा, जवाहरनगर, जामुनखेड़ा, गुहंची, खगोरिया व बितली गांव शाम है। इन गांवों में रहने वाले लोगों की आबादी करीब 30 हजार है। बरसात के दिनों में मूसलाधार बारिश होने के दौरान उक्त पुल से पर पानी आ जाने की वजह से आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाता है ग्रामीणजनों का कहना है कि हर चुनाव में नेता पुल बढ़ा बनवाने का आश्वासन देकर चले जाते हैं। लेकिन चुनाव बाद कुछ नहीं होता है, बारिश में बहुत समस्या होती हैं।
जोखिम में चली गई थी युवक की जान
पठाघाट पुल पर पिछले साल 17 अगस्त 2020 को जामुनखेड़ा जाने वाले मार्ग पर पाठाघाट पुल से भारी बारिश के दौरान एक साइकिल सवार ग्रामीण बाढग़्रस्त पुल पार करते समय बह गया था 25 दिन तक परिजनों के लगातार नदी के किनारों पर खोजने के बाद मृत झुर्रे अहिरवार का शव खुर्राघाट पुल के पास झाडिय़ों में फंसा हुआ मिला था।
बिना रैलिंग की पुल और पुलिया
पठाघाट पुल सहित ब्लॉक भर में कई नालों व नदी पर बने पुल व पुलिया रैलिंग विहिन हंै। जहां पूर्व में कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हंै। बारिश के दौरान भी घटनाएं होती हैं। लेकिन दमोह कलेक्टर के निर्देश के बावजूद भी लोक निर्माण विभाग ने इन पुल पुलियों पर रैलिंग लगवाने में कोई ध्यान नहीं दिया गया है। सर्रा मार्ग पर बने हुए दो पुलों पर और बमनौदा, तारादेही मार्ग पर सारसबगली गांव जामुन सहित दर्जनों पुल पुलियों में एक माह बीतने के बाद भी कलेक्टर के निर्देश पर पालन नहीं किया गया। बारिश का दौर शुरू हो गया है और रैलिंग नहीं लगाई गई है।
 
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