यहां चले सोने, चांदी के रथ तो देखने उमड़ा विशाल जनसमूह
गजरथ फेरी देखने के लिए 80 हजार से अधिक पहुंचे ग्रामीण
दमोह
Published: February 23, 2022 08:55:28 pm
दमोह. कुंडलपुर महामहोत्सव के तहत 14 फरवरी से 23 फरवरी तक चले पंचकल्याणक के अंतिम दिवस सुबह 6 बजे 24 तीर्थंकर मोक्ष के निकले। दोपहर भव्य गजरथ फेरी निकाली गई। जिसमें शामिल होने जहां जैन समाज के श्रद्धालुओं की अपार भीड़ रही, वहीं इसे दूर से देखने के लिए 80 हजार से अधिक ग्रामीणजन पहुंचे और कुंडलपुर महामहोत्सव के भागीदार बने।
मोक्षकल्याणक का कार्यक्रम की सुबह से शुरुआत हुई। सबसे पहले शांतिधारा के साथ पूजन हुआ। 24 तीर्थंकरों के अंतिम दर्शन करने के लिए सुबह से पंडाल फुल हो गया था। इसके बाद 24 तीर्थंकरों का मोक्षगमन हुआ। इसके बाद पूजन कर निर्वाण लाडू चढ़ाया गया।
आचार्यश्री की अगुवाई में गजरथ फेरी
आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के साथ विशाल उनका संघ रूपी समोशरण आगे-आगे चला, लोग जयगुरुदेव व बड़े बाबा की जयकार लगा रहे थे, जिसकी गूंज उच्चासन पर विराजमान बड़े बाबा की त्रिकूटा पहाडिय़ों तक सुनाई दे रही थी।
सोने का रथ रहा आकर्षण का केंद्र
कुंडलपुर की एतिहासिक गजरथ फेरी में मुख्य आकर्षण का केंद्र सोने का रथ रहा, इसके पीछे चांदी के रथ चल रहे थे फिर लकड़ी के रथ चल रहे थे। इस गजरथ में 27 रथ शामिल किए गए थे। जिनमें पंचकल्याणक महामहोत्सव में विभिन्न पात्र निभा रहे धर्मश्रेष्ठियों को विराजमान कराया गया था।
कुबेर ने की रत्नों की बारिश
गजरथ फेरी में मुख्य आकर्षण का केंद्र कुबेर रथ रहा, जिसमें 24 कुबेर पात्र शामिल थे। जिन्होंने अपने रथ से रत्न और मोतियों की बारिश की। इन रत्नों और मोतियों को लूटने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ लगी रही।
मुख्य फेरी के साथ साइड गैलरी बनाई
गजरथ फेरी में अपार भीड़ को शामिल कराने के लिए फेरी के लिए दो मार्ग बनाए गए थे। जिनमें से एक मुख्य मार्ग था, जिसमें मुख्य फेरी चल रही थी। वहीं दूसरी ओर साइड गैलरी से आम श्रद्धालुओं ने अपने सामथ्र्य अनुसार फेरी लीं।
महिला बैंड ने खींचा ध्यान
गजरथ फेरी में महिला बैंड ने अपनी ओर सभी का अपनी ओर ध्यान आकर्षित कराया। महिला बैंड ने जैन धर्म के अनुसार भजनों पर बैंड वादन किया। सिर पर पगड़ी बांधे और लाल साड़ी में महिलाओं की बैंड पार्टी गजरथ फेरी को भव्यता प्रदान कर रही थी।
हाथ में चंवर लेकर हुए शामिल
गजरथ फेरी में केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल हाथ में चंवर लेकर शामिल हुए, वह पूरी 9 फेरी में शामिल रहे, इसके बाद समापन अवसर पर आचार्यश्री का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर दमोह विधायक अजय टंडन भी शामिल हुए।
अब 9 साल बाद भरेगा कुंडलपुर कुंभ
कुंडलपुर महामहोत्सव का आयोजन प्रत्येक 9 साल बाद किया जाएगा। यानि हर 9 साल बाद यहां जैनों का कुंभ भरेगा। आचार्यश्री की सुबह दिव्यदेशना व दोपहर के प्रवचनों में उनके संकेत मिले हैं। आचार्यश्री के संकेत अनुसार 9 साल बाद बड़े बाबा के महामस्तकाभिषेक की परंपरा प्रारंभ होगी। अगला महामस्तकाभिषेक राष्ट्रीय स्तर पर 2031 में होगा।

When the chariots of gold and silver ran, the crowd gathered to see
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