पिछली सरकार की गड़बड़ी
पिछली सरकार के निर्णयों की समीक्षा की जरूरत है। अगर ग्राम सभा कर आदिवासियों (Tribals) को विश्वास में लेते तो वे आज आंदोलन क्यों करते। सारी गड़बड़ी पिछली सरकार की है।बस्तर से खिलवाड़ करेंगे तो विरोध होगा
बस्तर में सरकारी उपक्रम वर्षों से चल रहा है। उसका कोई विरोध नहीं है। जिस उद्योग में सरकार और जनता की भागीदारी है, उसका कोई विरोध नहीं होगा। लेकिन कोई बस्तर से खिलवाड़ करेगा, उसका जनता और आदिवासी विरोध करेंगे।आपत्ति थी तो इजाजत क्यों दी
खदान देने का फैसला ज्वाइंट वेंचर कंपनी सीएमडीसी (CMDC) और एनएमडीसी (NMDC) का था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सरकार और पर्यावरण मंडल को जवाब देना चाहिए कि जब आपत्ति थी तो फिर पर्यावरण विभाग ने इजाजत क्यों दी। अकबर पर्यावरण मंडल की बैठक में गए थे, प्रोजेक्ट अप्रैल में ही रोक देना था।जोगी ने भी मुख्यमंत्री को घेरा
जनता कांग्रेस के सुप्रीमो अजीत जोगी ने भी इस मामले में वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि डॉ. रमन सिंह ने पूज्यनीय पहाड़ (Nandiraj Mountain) को अडानी को देने की मंशा जताई और भूपेश बघेल ने दोस्त को खुदाई के लिए दे दिया।