राज्य शासन ने जिला सहमर्याबैंक से लिये गए सम्पूर्ण किसानों के लिए गए कर्ज को माफ कर दिया, जबकि भारतीय स्टेट बैंक से लिए गए किसानों की ऋ ण को राज्य शासन के द्वारा अब तक माफ् नही किया गया है न हीं किसी प्रकार की कार्यवाही किया जा रहा है।
तोकापाल ब्लाक के पीडि़त किसानों के द्वारा बैंक में जाकर बार बार पड़ताल किया गया। परन्तु किसी प्रकार से ऊपर से आदेश नही होने तथा किसानों का ऋण माफी होगा या नहीं स्पस्ट जानकारी नहीं होने की बात कही जा रही है। किसानों ने राज्य शासन पर भेदभाव का आरोप लगाय है , जानबूझ कर हमारे ऋण माफी में लेटलतीफ किए जाने से परेशान व आहत है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही जिला सहकारी मर्यादित बैंक से लिए गए सभी किसानों का ऋण घोषणा पत्र के अनुसार माफ करने का राज्य शासन ने आदेश जारी कर माफ किया गया है। परन्तु एसबाआई से लिए गए किसानों की ऋ ण राशि अब तक प्रदेश सरकार में माफ् नही किया जा रहा है।
इस कृत्य को किसान मोर्चा व पीडि़त 680 किसान लगभग उनके परिवार भी पीडि़त हैं सरकार की इस दोहरी व्यवहार को निंदा करते है। किसान की मांग है कि किसान सिर्फ किसान होता है। चाहे किसी भी बैंक से क्यों ना ऋ ण लिया हो माफ् सभी का होना चाहिए। पीडि़त किसान अपने ऋ ण माफ ी का इंतजार करते हुऐ भविष्य में भारी संख्या में आंदोलन के लिए राज्य सरकार के विरुद्ध संघर्ष करने में बाध्य होंगे।