क्या है मामला
शासन ने यहां पर उप संचालक का कार्यभार संभाल रहे वेटनरी सर्जन डॉ अजमेर सिंह कुशवाह को हटाकर आमाबेड़ा भेज दिया था और उनकी जगह सुकमा जिले के प्रभारी उप संचालक डॉ एस जहीरूद्दीन को प्रभारी बनाया था। इस बीच डॉ अजमेर कुशवाह ने इसके खिलाफ हाईकोर्ट से स्थगन ले लिया। वहीं, एकतरफा प्रभार ग्रहण कर चुके डॉ जहीरूद्दीन व डॉ कुशवाह के बीच कुर्सी की लड़ाई शुरू हो गई।
वहीं, करीब डेढ़ दशक पूर्व यहां पदस्थ रह चुके डॉ जहीरूद्दीन की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट विभागीय कर्मचारियों ने उनकी फिर से यहां पोस्टिंग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। विरोध जताते हुए उप संचालक चेंबर में ताला जड़ने वाले लेखापाल वीपी शोरी को कलेक्टर ने अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया था। इसके बाद भी मामला पूरी तरह शांत नहीं हुआ है।
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उप संचालक कुशवाहा ने जहीरुद्दीन पर लगाया चाबी और दस्तावेज कब्जाने का आरोप
डॉ अजमेर सिंह कुशवाह ने 25 नवंबर को दंतेवाड़ा कलेक्टर को पत्र लिखकर डॉ जहीरूद्दीन द्वारा शासकीय फाइलें, भंडार संबंधी नस्तियां, कैशबुक, चेक बुक और आलमारियों की चाबी 14 अक्टूबर से अपने कब्जे में रखने की जानकारी देते कहा है कि इससे शासकीय काम-काज ठप पड़े हैं। पत्र में कुशवाह ने खुद को उप संचालक बताते कहा है कि उच्च न्यायालय ने स्थगन आदेश की अवमानना की याचिका को स्वीकार कर लिया है।