इसके अलावा किरंदुल क्षेत्र के पेरपा और मदकमिरस गांवों के बीच जंगल में 2 मई को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान हिडमा कवासी नाम के एक नक्सली के पैर में गोली लगने के कारण घायल हो गया था।
घायल नक्सली “मलंगीर एरिया कमेटी की एक्शन टीम” का कमांडर है और उसे इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (आईईडी) को असेंबल और प्लांट करने में माहरत हांसिल था। उसके सर पर आठ लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।
हदमा मदकम और देवा बरसे, दोनों ही माओवादी संगठन के “जान मिलिशिया” सदस्य हैं, जिन्हें स्थानीय पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया था जब वे कथित रूप से माओवादी पोस्टर लगाने की कोशिश कर रहे थे।
नक्सलियों के सम्पायर ने किया सरेंडर
नक्सलियों को दवाई,भोजन वगैरह सप्लाई करने वाले नीलू भास्कर ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।वह पिछले पांच साल से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के साथ जुड़ा हुआ था और आंध्र प्रदेश में रह कर दक्षिण बस्तर में अल्ट्रासाउंड, विस्फोटक, दवाइयां, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, वर्दी और दैनिक उपयोग की वस्तुओं की आपूर्ति संभाल रहा था।उसने पुलिस को बताया की नक्सलियों के विचारधारा से खिन्न होकर उसने सरेंडर करने का फैसला किया।