परिवार के अन्य सदस्य भी नक्सलियों से लोहा लेने को तैयार
इस अंतिम संसकार में दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव भी पहुंचें। मंगलू के परिवार में पिछले दो साल से देश के लिए शहादत देते आ रहे हैं। और परिवार से अभी कई और लोग भी हैं जो नक्सलियों के इस जंग में शामिल है। और नक्सलियों से लोहा लेने को तैयार है। मंगलू का परिवार कासोली के सलवा जूडूम कैंप में रहता था। नक्सलियों ने पहले भी इस परिवार पर कहर बरपाया है। जिसमें बड़े भाई शहीद हो गए।
बेटी को अफसर बनाने की ख्वाहिश थी मंगलू की
पति की मौत के बाद पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। इन दोनों की आज से करीब 14 साल पहले शादी हुई थी। आज से चार साल पहले बेटे की मौत हो गई थी। उसके बाद एक बेटी बची थी जिसे मंगलू अफसर बनाना चाहता था। दशहरा में आखिरी बार घर आया था मंगलू और अभी उसकी लाश को घर आता देख पत् नी की हालत खराब है।