scriptबेटी ने दी अपने शहीद पिता को मुखाग्रि, बेटे को खोने के बाद बेटी को ऑफिसर बनाना चाहता था शहीद पिता | Daughter gave up his martyr father, lost his son, wanted officer | Patrika News

बेटी ने दी अपने शहीद पिता को मुखाग्रि, बेटे को खोने के बाद बेटी को ऑफिसर बनाना चाहता था शहीद पिता

locationदंतेवाड़ाPublished: Nov 01, 2018 02:15:08 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

नीलवाया गांव में मंगलवार को हुए नक्सली हमले में शहीद जवान मंगलूराम मंडावी का पार्थिव शरीर बुधवार को ग्राम कासोली पहुंचा

 ऑफिसर

बेटी ने दी अपने शहीद पिता को मुखाग्रि, बेटे को खोने के बाद बेटी को ऑफिसर बनाना चाहता था शहीद पिता

दंतेवाड़ा. नीलवाया गांव में मंगलवार को हुए नक्सली हमले में शहीद जवान मंगलूराम मंडावी का पार्थिव शरीर बुधवार को ग्राम कासोली पहुंचा जहां बुधवार शाम पार्थिव शरीर का अंतिम संसकार किया गया। पिता की चिता को मुखाग्रि डेढ़ साल की बेटी जान्हवी ने दी, मां ने सारी अंतिम रस्में अपनी बेटी से ही करवाई।

परिवार के अन्य सदस्य भी नक्सलियों से लोहा लेने को तैयार
इस अंतिम संसकार में दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव भी पहुंचें। मंगलू के परिवार में पिछले दो साल से देश के लिए शहादत देते आ रहे हैं। और परिवार से अभी कई और लोग भी हैं जो नक्सलियों के इस जंग में शामिल है। और नक्सलियों से लोहा लेने को तैयार है। मंगलू का परिवार कासोली के सलवा जूडूम कैंप में रहता था। नक्सलियों ने पहले भी इस परिवार पर कहर बरपाया है। जिसमें बड़े भाई शहीद हो गए।

बेटी को अफसर बनाने की ख्वाहिश थी मंगलू की
पति की मौत के बाद पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। इन दोनों की आज से करीब 14 साल पहले शादी हुई थी। आज से चार साल पहले बेटे की मौत हो गई थी। उसके बाद एक बेटी बची थी जिसे मंगलू अफसर बनाना चाहता था। दशहरा में आखिरी बार घर आया था मंगलू और अभी उसकी लाश को घर आता देख पत् नी की हालत खराब है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो