शिक्षा के क्षेत्र के अलावा कमलेश्वरी वॉलीवाल की राज्य स्तरीय खिलाड़ी भी है
माओवाद प्रभावित बुरगुम जिले के कुआकोण्डा ब्लॉक का एक अत्यंत पिछड़ा हुआ इलाका है। जहां सड़क और बिजली की भी व्यवस्था नही हैं। इन सभी सुविधा विहीन और माओवाद पीडि़त इलाके से निकल कर राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करना किसी चमत्कार से कम नही है। कमलेश्वरी ने साबित कर दिया कि प्रतिभा सुविधाओं की मोहताज नही होती है। उसे केवल अवसर चाहिए होता है।
कमलेश्वरी प्रारंभ से ही प्रतिभावान छात्रा रही है। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं की परीक्षा में उन्होंने 84 प्रतिशत अंक प्राप्त किये। शिक्षा के क्षेत्र के अलावा कमलेश्वरी वॉलीवाल की राज्य स्तरीय खिलाड़ी भी है।
प्रतिभा सुविधाओं की मोहताज नहीं होती
छत्तीसगढ़ शासन के आदिम जाति कल्याण विभाग की प्रदेश के सभी सामाजिक वर्ग के युवाओं को एक मंच पर लाने की मुहिम के तहत कॉलेज और आदर्श विद्यालयों में पढऩे वाले बच्चों के लिए ‘यूथ फॉर एकात्मताÓ का आयोजन किया गया था । ये प्रतियोगिता पांच चरणों मे आयोजित की कई थी। जिसमे एक चरण प्रदेश स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का था जिसमे प्रदेश के 4500 स्कूलों के छात्र और 600 से अधिक पोस्ट मैट्रिक छात्रावासों के छात्र 11 अगस्त को सम्मिलित हुए थे। इतने स्कूलों के छात्रों के बीच कमलेश्वरी ने प्रदेश स्तर में प्रथम स्थान प्राप्त किया और मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के हाथों पुरुस्कृत होकर अपने जिले व विद्यालय का मान बढ़ाया। कमलेश्वरी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने विद्यालयीन शिक्षकों को दिया कि उसके मार्गदर्शन में ही उन्होंने ये सफलता प्राप्त की है।