फूड इंस्पेक्टर के अवैध वसूली में फंसे पीडि़त गरीब किसानों से गांव पहुंचे तहसीलदार ने एक-एक किसान के बयान दर्ज किया। जहां किसानों ने बताया कि डरा धमका कर धान में कमियां निकालकर फूड इंस्पेक्टर पैसे ले रहे थे। इधर फूड इंस्पेक्टर भी मौके पर पहुंचकर अपने आप को बेगुनाह बताने में लगे हुए थे।
मीडिया के पहुंचते ही भागने लगा फूड इंस्पेक्टर
जब मीडिया तक यह घूसखोरी की बात पहुंची तो फूड इंस्पेक्टर प्रहलाद राठौर मीडियाकर्मियों और किसानों को देखकर भागने लगे। जब मीडिया कर्मियों ने उनसे पूछा कि आप किस नियम के तहत पैसे ले रहे है। तो उन्होंने मीडिया पर ही आरोप जड़ दिया कि तुम लोगों को नही मिला होगा इसलिए मुझ पर आरोप लगा रहे हो। घटना की खबर होते ही दन्तेवाड़ा प्रशासन में हड़कंप मच गया।
भरोसराम ठाकुर, एसडीएम