इसके बाद सभी कर्मचारी दहशत में है। घुटने के बल चलकर कर्मचारी देवी दंतेश्वरी के दर पर प्रार्थना पत्र लेकर पहुंचे है। कांग्रेस सरकार के स्वास्थ्य मंत्री से लेकर दन्तेवाड़ा प्रभारी मंत्री ने कर्मचारियों को निकालने के मामले में कोई भी एक्शन नहीं लेने की बात मीडिया में कही है।
बावजूद इसके इन कर्मचारियों को अब तक बहाल नहीं किया गया है। साथ ही सरकार में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और प्रभारी मंत्री कवासी लखमा का मौखिक आश्वासन भी पीडि़त कर्मचारियों के दर्द पर मरहम लगाता नहीं दिख रहा है।
सरकार ने बेरोजगारों को नौकरी देने और संविदा कर्मियों को नियमित करने के वादे के साथ जनता के बीच पहुंची थी। जहां जनता और कर्मचारियों का भी इन्हें पूरा समर्थन मिला था। लेकिन दंतेवाड़ा में अब इन स्वास्थ्य कर्मचारियों को सरकारी आश्वासन से ज्यादा माई दंतेश्वरी के शरण में जाना उचित लग रहा है। अचार सहिंता लगने के साथ ही इन स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।