कुआकोंडा ब्लॉक के कुन्नडब्बा और अरनपुर के नागलगुड़ा मुठभेड़ का भीष्म वीर योद्धा था। ये दोनों ही मुठभेड़ वर्ष 2016 के हंै। माओवादियों की इन दोनों मुठभेड़ में भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कुन्नाडब्बा मुठभेड़ में माओवादियों की मेडिकल टीम को मारा गया था। एक ट्रक दवाई पुलिस ने बरामद किया। अरनपुर के नागलगुड़ा में पांच माओवादियों को मारा गया। इस मुठभेड़ में दर्जनों माओवादी के घायल होने के दावे पुलिस ने किए थे।
इधर अस्पताल में अभी भी मलेरिया पीडि़त एक दर्जन जवान भर्ती है। ये सभी जवान एसटीएफ और डीआरजी के हैं। मनोज नाग, अभय मिश्रा, कवलभान सिंह, महेंद्र श्याम, शिशुपाल, रघुराज सिंह यदु, चंद्रशेखर ठाकुर, बृजमोहन मिंज, रतिराम, अमित नाग शामिल है। पिछले माह के आंकड़े पर नजर डाला जाए तो तीस से अधिक मलेरिया पीडि़त भर्ती हुए। इसमें 20 से अधिक जवान हैं। ये जवान एक सप्ताह पहले ही माओवादी नेता गणेश उइके के गढ़ में कैंप ध्वस्त कर लौटे हैं। चार दिन तक लगातार पीडिय़ा के जंगलों में सर्चिंग की। वहां से वापस आने के बाद से मलेरिया से परेशान है।
सिविल सर्जन डॉ. एमके नायक ने बताया कि पिछले तीन दिन में एक दर्जन मलेरिया पीडि़त जवान अस्पताल में भर्ती हुए हैं। एक एएसआई की मलेरिया से मौत हुई है।