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नक्सलियों को मात देने वाले इस जांबाज ASI की मलेरिया ने ले ली जान और दर्जनों भर्ती

locationदंतेवाड़ाPublished: Jan 16, 2018 07:00:32 pm

डीआरजी के एएसआई भीष्म की मलेरिया से अस्पताल में मौत, दो आउट ऑफ टर्न प्रमोशन से बना था एएसआई, ऑपरेशन कर लौटे जवान मलेरिया की चपेट में।

कुन्नाडब्बा व नगलगुड़ा की लड़ाई का वीर योद्धा था ASI भीष्म

कुन्नाडब्बा व नगलगुड़ा की लड़ाई का वीर योद्धा था ASI भीष्म

दंतेवाड़ा . माओवादी गढ़ में अपना लोहा मनवाने वाला भीष्म माओवादियों से नहीं हारा पर मच्छरों से मात खा कर अस्पताल में दम तोड़ दिया। एएसआई भीष्म कतलाम (35) की सोमवार की सुबह जिला अस्पताल में मौत हो गई। हाल ही में दो आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिले थे। आरक्षक से एएसआई तक का सफर अपनी बहादुरी से तय किया। दो बड़े मुठभेड़ में आठ माओवादियों को मारा और एके-47 जैसे आधुनिक हथियार बरामद किए। डीवीसी मेम्बर पाले जैसी इनामी महिला माओवादी को मार गिराया था। पुलिस अधिकारियों को सुबह यह सूचना मिली कि डीअरजी के एएसआई भीष्म की मौत हो गई। पुलिस लाइन में शोक व्याप्त है। पुलिस ने शव को उसके गृहग्राम राजनांदगांव के बेलटिकरी भेज दिया है।
कुन्नाडब्बा व नगलगुड़ा की लड़ाई का वीर योद्धा था
कुआकोंडा ब्लॉक के कुन्नडब्बा और अरनपुर के नागलगुड़ा मुठभेड़ का भीष्म वीर योद्धा था। ये दोनों ही मुठभेड़ वर्ष 2016 के हंै। माओवादियों की इन दोनों मुठभेड़ में भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कुन्नाडब्बा मुठभेड़ में माओवादियों की मेडिकल टीम को मारा गया था। एक ट्रक दवाई पुलिस ने बरामद किया। अरनपुर के नागलगुड़ा में पांच माओवादियों को मारा गया। इस मुठभेड़ में दर्जनों माओवादी के घायल होने के दावे पुलिस ने किए थे।
कुन्नाडब्बा व नगलगुड़ा की लड़ाई का वीर योद्धा था ASI भीष्म
अस्पताल में चल रहा एक दर्जन जवानों का इलाज
इधर अस्पताल में अभी भी मलेरिया पीडि़त एक दर्जन जवान भर्ती है। ये सभी जवान एसटीएफ और डीआरजी के हैं। मनोज नाग, अभय मिश्रा, कवलभान सिंह, महेंद्र श्याम, शिशुपाल, रघुराज सिंह यदु, चंद्रशेखर ठाकुर, बृजमोहन मिंज, रतिराम, अमित नाग शामिल है। पिछले माह के आंकड़े पर नजर डाला जाए तो तीस से अधिक मलेरिया पीडि़त भर्ती हुए। इसमें 20 से अधिक जवान हैं। ये जवान एक सप्ताह पहले ही माओवादी नेता गणेश उइके के गढ़ में कैंप ध्वस्त कर लौटे हैं। चार दिन तक लगातार पीडिय़ा के जंगलों में सर्चिंग की। वहां से वापस आने के बाद से मलेरिया से परेशान है।
जानिए क्या कहते हैं सीएस
सिविल सर्जन डॉ. एमके नायक ने बताया कि पिछले तीन दिन में एक दर्जन मलेरिया पीडि़त जवान अस्पताल में भर्ती हुए हैं। एक एएसआई की मलेरिया से मौत हुई है।

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