प्राथमिक चरण में 2000 युवाओं का चयन किया जाना है, जो 8 हज़ार से लेकर अपनी काबिलियत के बल पर 2 लाख से भी अधिक वेतन पा सकते है। यहां काम करने वाले कर्मचारी पूरी तरह से निजी संस्थानों के लिए काम करेंगे। इसमें किसी तरह का आरक्षण नही है सभी के लिए समान अवसर है। सभी को सरकारी नौकरी देना सरकार के लिए भी असंभव है इसके विपरीत निजी क्षेत्र में काबिलियत के अनुसार प्रगति के अधिक विकल्प होते है।