गीदम पुलिस ने एफआईआर (FIR) पर कार्यवाई करते हुए डाटा एंट्री ऑपरेटर ( data entry operator) कौशलेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया है। कौशलेन्द्र ने अपनी पत्नी के अकाउंट में विद्यालय के तीन लाख रूपये ट्रांसफर किये थे और 2 लाख 40 हजार रुपये से गाडी खरीदी थी।
गीदम थाना प्रभारी के आर सिन्हा का कहना है की आरोपी ने शेष बची राशि छुपा कर राखी थी जिसके बारे में उसने पुलिस को बता दिया है। आरोपी के ऊपर धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे आगे की कार्यवाही की जा रही है।
ये था मामला लाइवलीहुड कॉलेज में डीएमएफ राशि के 981616 रुपये का चेक दिनांक 7 फरवरी 2019 को जारी हुआ और 15 फरवरी को सुनील बंजारे के नाम पंजाब नेशनल बैंक खैरागढ़ में एनईएफटी (NEFT) आरटीजीएस (RTGS) के माध्यम से ट्रांसफर हुआ था।
इस तरह उक्त राशि का आहरण 18 फरवरी के बाद दंतेवाड़ा व गीदम एटीएम से हुआ था। इकतीस मार्च क्लोजिंग के समय विभाग को उक्त राशि के गबन होने की आशंका हुई तब विभाग हरकत में आया और प्रचारक कृतेश हिरवानी द्वारा आपरेटर कौशल ध्रुव ( data entry operator) को आरोपी बनाया गया जबकि खाते से स्थानांतरण सुनील बंजारे के नाम से हुआ था।
डीएमएफ की राशि 981616 रुपये की हेराफेरी के समय खाते में एक करोड़ 88 लाख रुपए थे और इसके अलावा सात चेक भी चेक बुक से गायब थे जिसके बारे में अभी कोई सुराग नहीं मिल पाया है।