दंतेवाड़ा . बचेली थाना क्षेत्र के राजाबंगला इलाके से जवानों की वापसी मुख्यालय में सोमवार को हुई है। दो दिनों से यहां बीजापुर और दंतेवाड़ा की फोर्स जंगल की खाक छान रही थी। यहां मुठभेड़ हुई और एक जवान सीआरपीएफ का घायल हुआ। पियूष कुमार नाम के इस जवान का अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा है। जवानों ने कई बमों को डिफ्यूज किया है। साथ ही दो टिफिन बम को जिंदा भी लेकर आए हैं। ये वही राजा बंगला है, यहां कभी बस्तर के राजा प्रवीर चंद्र भंजदेव गर्मी में कश्मीर जैसा आनंद लेने के लिए पहुंचते थे। अब यह इलाका माओवादियों के लिए पनाहगाह बन चुका है। इसे एनएमडीसी का डिपोजिट-5 भी कहा जाता है।
ये भी पढ़ें : Accident ! ग्रामीणों से ठूंस-ठूंसकर भरी पिकअप पलटी, एक महिला की मौत, 34 घायल…
इस रास्ते से गुजरना है दहशतजदा
इस इलाके को माओवादियों ने पूरी तरह से अपने कब्जे में लिया हुआ है। पूरे इलाके में आईईडी और क्लोमोर बम बिछाए हैं। कभी स्टेट हाईवे था। आज भी मील के पत्थर स्थपित है। अब ये मील के पत्थर रास्ता नहीं बताते हैं, लेकिन इस रास्ते से गुजरने पर दहशतजदा करते हैं। किस कदम पर आईईडी बिछी हो। सर्चिंग के दौरान जवानों को कड़ी परीक्षा देनी पड़ती है। ऑपरेशन से लौटे जवानों ने बताया कि कश्मीर की तरह स्वर्ग तो है राजाबंगला। लेकिन पूरे एरिया में माओवादियों ने बारूद बिछा दी है। अब इसे राजा बंगला नही बारूदी क्षेत्र कह सकते हैं।
ये भी पढ़ें : OMG ! जिंदगी की लड़ाई लड़ते-लड़ते थक गया था मासूम, धीरे-धीरे थम गई सांसें…
कैंप ध्वस्त किया, मिला सामान
राजा बंगला और तिमेनार के बीच माओवादी कैंप को ध्वस्त किया गया। माओवादियों और जवानों के बीच फायरिंग भी हुई। माओवादी खुद को कमजोर देख भाग निकले। कैंप से टिफिन बम के साथ वायर डेटोनेटर, खाद्य सामग्री और अन्य नक्सली सामान बरामद हुई। मुठभेड़ के बाद वहां पका हुआ भोजन मिला। टेंट भी फोर्स को मिला। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वहां 20-25 नक्सलियों ने डेरा डाल रखा था।
ये भी पढ़ें : एनएच 30 में मौत बनकर दौड़ रही इस वाहन ने तीन की ले ली जान, एक हुआ घायल…
बिछाए हैं बूबी ट्रैप
बैलाडिला की पहाड़ी मेंफोर्स को फंसाने के लिए माओवादियों ने कदम-कदम पर बूबी ट्रैप व बम बिछा रखे थे। आखिकार एक जवान इसमें फंस कर घायल हो गया। उसका उपचार बचेली हॉस्पिटल में चल रहा है। जवानों के मुताबिक बैलाडिला की इस पहाड़ी पर बूबी ट्रैप मिले। इसमें लोहे की नुकीले छड़े लगी थी। डिपोजिट 5 में माओवादियों ने फोर्स पर क्लेमोर माइंस (पाइप बम) विस्फोट किया। इसकी चपेट में आकर कोबरा बटालियन के जवान पीयुष कुमार घायल हो गया।