आठ फरवरी को माओवादियों ने फूलपाड़ में हिंगा को मार दिया। उसके घर नहीं गई। माओवादी कमांडर मारा गया तो इलाके की जनता को एकत्र कर दिया। आदिवासियों की हिमायती है तो माओवादियों की भी खिलाफत इतनी ही ताकत दिखा कर करें। आवाज यहां भी उठाएं, सिर्फ माओवादियों के तकलीफ में ही सामने आती है। ज्ञापन सौंपने पहुंचे लोगों में कारली राहत शिविर सहित नेलसनार, बीजापुर, भैरमगढ़ के रहने वाले थे। इस रैली में महिला-पुरुष व बच्चे भी शामिल हुए।