पुलिस नहीं, निशाने पर थे मीडियाकर्मी
एसपी ने बताया कि माओवादियों के निशाने पर इस बार पुलिस जवानों से पहले मीडियाकर्मी थे। उन्होंने एक पांइट में आकर मीडियाकर्मी को गोली मारी और हाथ से कैमरा छीन लिया। इसके बाद बचे दो मीडियाकर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी जो किसी तरह डेढ़ सौ मीटर रेंगकर भागे।
बहादुरी से लड़े जवान
पत्रकारों से बातचीत के दौरान एसपी ने कहा कि हमारे जवान बहादुरी से लड़े और दो मीडियाकर्मियों को बचाने में कामयाब रहे।