टेक्नोलॉजी के सहारे हो रही बैठकें…
चुनाव से पहले कार्यकर्त्ताओं और जिला तथा प्रखंड स्तर तक के पदाधिकारियों के साथ तालमेल बनाए रखते हुए सांगठनिक कार्ययोजना को अमल में लाना किसी भी राजनीतिक संगठन के लिए ज़रूरी हो जाता है। इस लिहाज़ से प्रदेश भाजपा ने अॉनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का सहारा लेकर काम तेज कर दिया है। संगठन मंत्री नागेन्द्र बताते हैं कि कार्यालय में सभी जिलों के कार्यकर्ताओं के साथ इसी टेक्नोलॉजी के ज़रिए लगातार संपर्क बनाए रखा जा रहा है। हर दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के सहारे जिलावार तैयारी का काम चल रहा है।
अब आएगी अभियान में तेजी
प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी राकेश सिंह बताते हैं कि प्र्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद डॉ मदन जायसवाल एक मशहूर चिकित्सक के अलावा बेहतर टेक्नोफ्रेंडली राजनेता भी हैं। वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के सहारे स्वयं जिला इकाइयों और दूर के इलाकों में रह रहे पार्टी नेताओं कार्यकर्ताओं के साथ बखूबी संपर्क बनाए रखते हैं। आवश्यकतानुसार प्रदेश मुख्यालय से दूसरे शहरों के प्रमुख पदाधिकारियों नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही बैठकें आयोजित की जा रही हैं।
टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल में भाजपा आगे
पार्टी के मीडिया प्रभारी अशोक भट्ट के अनुसार भाजपा टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल में काफी आगे रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में टेक्नोलॉजी के जरिए ही पार्टी ने व्यापक संयंत्र पर चुनावी अभियान चलाया और सफलता हासिल की थी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बेहतर टेक्नोफ्रेंडली नेता हैं। वह सोशल मीडिया में अपनी अलग पहचान के लिए भी चर्चित हैं। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी हर दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के सहारे कई बैठकें कर रहे हैं।
और पार्टियों से आगे की राह पर भाजपा
पत्रकार संजय त्रिपाठी की मानें तो दूसरे दलों की तुलना में भाजपा टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के सहारे चुनावी तैयारियों में काफी हद तक आगे निकल चुकी है। सहयोगी जनता दल यू भी इसी रास्ते पर चल चुका है। जबकि प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी अभी टेक्नोलॉजी के प्रयोग को सीखने में लगी है। दूसरी विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने की कोशिशों में जुटी है।