भाजपा ने ही नीतीश सरकार को घेरा
प्रवासी मजदूरों और छात्रों के सवाल पर सरकार की सहयोगी भाजपा ने ही सरकार को घेरा है। विधायक और पार्टी की सिक्किम इकाई के राष्ट्रीय प्रभारी नितिन नवीन ने कहा कि मुख्यमंत्री बाहर फंसे लाखों मजदूरों और छात्रों को लाने का क़दम उठाएं। उन्होंने कहा, मुख्यममंत्री लगातार कहते रहे हैं कि सरकार के संसाधनों पर पहला हक मजदूरों और कामगारों का होता है। अब मुख्यममंत्री सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल कर देश भर में फंसे बेबस मजदूरों को उनका हक दिलाते हुए उन्हें शीघ्र अपने घर वापस लाएं। मैं मुख्यममंत्री से इस नेक काम को शीघ्र अंजाम देने की अपील करता हूं।
जदयू ने कहा 27 लाख मजदूरों को लाना संभव नहीं
इस बीच राज्य सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार अकेले अपने बूते 27 लाख मजदूरों को बिहार कैसे वापस ला सकती है। यह संभव नहीं है। चौधरी ने कहा कि केंद्र मजदूरों की वापसी के लिए तीस विशेष ट्रेनों को चलाए। मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन में जो जहां है, वहीं रहे। राज्य सरकार उनकी हरसंभव मदद करेगी।
कांग्रेस ने दिया ऑफर
राज्य सरकार की टालमटोल की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस ने सरकार को कांग्रेस सरकारों से मदद लेने की सलाह दी। कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार यदि प्रवासी मजदूरों और छात्रों को बिहार वापस लाने में सक्षम नहीं है तो उसे इस काम में कांग्रेस की प्रदेश सरकारों की मदद लेनी चाहिए। कांग्रेस नेता की इस अपील को भाजपा ने क्रूर मजाक बताया। विधायक नितिन नवीन ने कहा कि कांग्रेस की महाराष्ट्र और राजस्थान सरकारें तो बिहारी मजदूरों और छात्रों की मदद नहीं कर सकी। ऐसे में कांग्रेस नेता को पहले अपनी सरकारों को धिक्कारने की ज़रूरत है। वे अपना गिरेबान झांक देख लें।