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महिला, किसान और नौजवान हैं एजेंडे पर
मुख्य रूप से युवा, किसान और महिलाओं को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाई जा रही हैं। प्रवासी कामगारों पर भी फोकस है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री की रैलियां इन्ही विषयों पर केंद्रित रहेंगी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार प्रधानमंत्री की वर्चुअल रैली का उपयोग विधानसभा चुनाव का माहौल बनाने में होगा। ऐसे में भाजपा पहले जमीनी तैयारी पूरी कर लेना चाहती है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव लगातार इसी सिलसिले में पटना में कैंप कर रहे हैं। पार्टी के दोनों दिग्गज राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी कार्यक्रम को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। पार्टी ने इस वक्त करीब 11 सौ करोड़ रुपये की योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन का कार्यक्रम तैयार किया है। इसमें कृषि, सड़क, रेल, नगर और विकास एवं आवास विभाग की योजनाएं सर्वाधिक है।
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पीएम ने 2015 में की थी चार परिवर्तन रैली
प्रधानमंत्री ने 2015 के विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में चार परिर्वतन रैली की थी। तब मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बेगूसराय और गया में हुई हर रैली में पिछली रैली से ज्यादा भीड़ जुटी थी। पार्टी ने उसे देखते हुए वर्चुअल कैंपेन का खांका खींचकर इस बार रैलियों की संख्या बढ़ाकर छह कर दी है। इस बार लाखों को लोगों को वर्चुअल माध्यम से जोडऩे की भाजपा ने तैयारी की है। बता दें कि 2015 में पांच चरणों में संपन्न हुई 16वीं विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री ने 30 रैलियों को संबोधित किया था। इसमें चार रैलियां चुनाव से पहले और 26 चुनाव के दौरान हुई थी। प्रधानमंत्री ने दो अक्टूबर को बांका से चुनावी सभाओं की शुरुआत की और दो नवंबर को अंतिम सभा दरभंगा में हुई थी। बिहार में देश के किसी पहले प्रधानमंत्री ने ही इस तरह किसी विधानसभा चुनाव में 26 सभा का रिकॉर्ड कायम किया था। भाजपा इस बार भी जनता को रिझाने के लिए पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने में जुटी है।
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10 से 23 के बीच कहां-कहां होगी रैली
पहले दिन 10 सितंबर को प्रधानमंत्री पटना, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, किशनगंज, मधेपुरा पूर्णिया, बेगूसराय जिले की योजनाओं को शुरू करेंगे। वहीं, 13 सितंबर को प्रधानमंत्री बांका और सुगौली में एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का शिलान्यास करेंगे। 15 सितंबर को नगर विकास एवं आवास विभाग की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इसमें मुजफ्फरपुर, पटना, सिवान, बक्सर, छपरा और मुंगेर में कई योजनाओं की घोषणा करेंगे, जबकि 21 सितंबर को नालंदा जिले के नटेश्वर को रेल परियोजना की सौगात देंगे। इसी तरह लखीसराय, समस्तीपुर-दरभंगा, समस्तीपुर-खगडिय़ा को करोड़ों रुपये की योजनाएं समर्पित करेंगे।
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वर्चुअल रैलियों से जनता में जगाएंगे जोश
वर्चुअल रैलियों से भाजपा प्रधानमंत्री को पेश कर जनता में जमा कोरोना का डर भगाते हुए चुनावी जोश जगाने का काम सफलतापूर्वक संपन्न करने में लगी है। बिहार में अभी तक कोरोना का डर लोगों के दिलों दिमाग में घर किए हुए है। योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के बहाने प्रधानमंत्री अपनी शैली में बिहार के जनमानस को झकझोरने का काम कर देंगे। लगे हाथों नरेंद्र मोदी की बिहार में कायम लोकप्रियता का लाभ भाजपा को मिल सकेगा और चुनावी चहल पहल बढ़ जाएगी। इसके चलते एनडीए में खटपट के नकारात्मक प्रभाव को पर्दे में करने का काम भी आसानी से हो जाने वाला है।