पति के निधन के बाद वह अपने मायके खैरीभाट में रहने लगी थी। खैरीभाट में उसके पास 12 बीघा जमीन थी, जिससे वह अपना जीवन यापन कर रही थी। मृतका के देवर सुलतान और कल्याण इस जमीन को उनके नाम किए जाने का दबाव बना रहे थे। इससे उनके बीच विवाद चल रहा था। शुक्रवार की शाम जब महिला खेत पर काम कर रही थी, इसी दौरान उसके देवर सुलतान, कल्याण, भतीजा बलराम व एक अन्य व्यक्ति वहां आया और कुल्हाडिय़ों से सुनीता पर हमला कर दिया।
कुल्हाडिय़ों से हुए हमले में सुनीता की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही डायल 100 मौके पर पहुंची। सहित टी आई सेंवढ़ा कमलजीत सिंह रंधावा मौके पर पहुंचे तथा मौका मुआयना कर आवश्यक साक्ष्य जुटाए। रंधावा ने बताया कि घटना के बाद आरोपी फरार हैं। मामले की पड़ताल की जा रही है। इसके बाद भी एफ आईआर दर्ज की जाएगी। शव को पोस्टमार्टम के लिए सेंवढ़ा अस्पताल भिजवाया गया है।