इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम भड़ौल निवासी रामसिंह (32) पुत्र चिंटू कुशवाहा ने 18 अप्रैल की रात साढ़े सात बजे अपने कच्चे मकान में चारपाई की अदवान का फंदा बनाकर म्यार से लटककर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उसने डायल-100 को फोन लगाकर कहा था कि मैं मर रहा हूं और उसने फांसी लगा ली। पुलिस जब गांव पहुंची तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मृतक के भाई हरीराम (45) पुत्र चिंटू कुशवाहा की सूचना पर मर्ग कायम कर मृतक के शव को पीएम के लिए भेज दिया है।
आर्थिक तंगी से जूझ रहा था युवक मृतक रामसिंह कुशवाहा को लॉकडाउन के कारण मजदूरी नहीं मिल रही थी। ऐसे में वह अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहा था और वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। एक साल पहले वह गुजरात में मजदूरी कर दाखे बेचने का धंधा करता था, लेकिन लॉकडाउन लगने के कारण वह घर आ गया और मजदूरी न मिलने से वह आर्थिक रूप से परेशान रहने लगा था और उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह अपने परिवार का भरण-पोषण कैसे करे। बताया गया है कि मृतक की पांच बेटियां हैं।
पति-पत्नी में हुआ था झगड़ा मृतक रामसिंह को काम-धंधा न मिलने से वह परेशान होकर शराब पीने लगा था और आत्महत्या से पूर्व 18 अप्रैल की दोपहर उसका पत्नी निशा के साथ झगड़ा भी हुआ था। उसने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की थी। इस कारण वह गुस्से में अपने मायके चली गई थी। 18 अप्रैल की रात में रामसिंह ने अपने बच्चों को कमरे से बाहर निकालकर चारपाई की अदवान का फंदा बनाकर कच्चे कमरे की म्यार से लटककर फांसी लगा ली और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है।