जानकारी के अनुसार मातन के पहरा के पास रहने वाला त्रिलोकीनाथ कुछ सालों से साधु बन गया था। कुछ समय से वह चक रामसागर में वनखंडेश्वरी माता मंदिर पर रहने लगा। माता मंदिर पर वह पूजा-अर्चना करता था। मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे जब ग्राम चक रामसागर निवासी गौरीशंकर पुत्र रामदयाल केवट (66) मंदिर पर दर्शन करने गया तो सीढिय़ां चढ़ते हुए उसकी नजर चबूतरे पर पड़ी। चबूतरे पर त्रिलोकीनाथ की लाश पड़ी थी। गौरीशंकर वापस गांव आया और कोमल केवट, दिनेश केवट एवं बृजकिशोर को जानकारी दी। लोग घटना स्थल पर एकत्रित हो गए और पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मौका मुआयना किया तथा शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचाया। शव पोस्टमार्टम कराने के उपरांत परिजनों को सौंप दिया।
बाबा के चेले पर शक गौरीशंकर से पुलिस को पता चला कि बाबा त्रिलोकीनाथ के पास अकसर गांव का प्रमोद रायकवार आता-जाता था। प्रमोद बाबा के लिए खाना बनाता था और अकसर दोनों साथ में शराब भी पीते थे। शक है कि रात्रि में ही किसी बात पर विवाद होने पर शराब के नशे में प्रमोद ने बाबा की पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी होगी। थाना प्रभारी राकेश साहू ने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम कराने के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है और मामले की जांच की जा रही है।