scriptअस्पताल में स्टे्रचर नहीं, महिला का शव बोरे में ले गए परिजन | Do not have a stretcher in the hospital, the body of the woman took to | Patrika News

अस्पताल में स्टे्रचर नहीं, महिला का शव बोरे में ले गए परिजन

locationदतियाPublished: Apr 15, 2018 11:16:05 pm

Submitted by:

monu sahu

लंबे समय से बीमार चल रही एक महिला की संदिग्ध हालत में मौत हो गई।

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दतिया। लंबे समय से बीमार चल रही एक महिला की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में स्टे्रचर न होने पर एक बोरे में टांगकर परिजन महिला का शव ले गए।

पुलिस के मुताबिक बड़ौनी के वार्ड क्रमांक पांच में रहने वाली भगवती(५५) पत्नी पाताली प्रजापति बीमार थी। पति की आर्थिक स्थिति ठीक न होने और नशे का आदी होने के कारण वह ठीक से पत्नी का इलाज नहीं करा पा रहा था। भगवती का इलाज चल रहा था। इसी दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर मुहल्ले के लोग इकट्ठा हो गए। पुलिस को भी बुला लिया गया और पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा। पुलिस के मुताबिक पाताली के पास इतना भी पैसा नहीं था कि वह पत्नी का अंतिम संस्कार करा सके। लेकिन जैसे – तैसे उसका अंतिम संस्कार किया गया। वहीं पुलिस ने मर्गकायम कर मामले को विवेचना में लिया है।अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर पूर्व में मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, कलेक्टर मदन कुमार और अन्य अधिकारी नाराजगी जता चुके हैं। फिर भी व्यवस्थाएं नहीं सुधर रहीं हैं।

झगड़े में घायल खिलाड़ी की हालत हुई गंभीर


दतिया. तीन दिन पहले बड़ोनी तिराहे के पास खेले जा रहे टी-20 मैच के दौरान दूसरी टीम के खिलाडिय़ों द्वारा किए गए हमले में घायल खिलाड़ी की हालत अभी भी ठीक नहीं है। घायल उसी दिन से ग्वालियर स्थित एक निजी अस्पताल की आईसीयू में भर्ती है। डॉक्टरों ने उसके दिमाग में चोटें बताई हैं।
गौरतलब है कि तीन दिन पहले एरई व श्यामलाल का डेरा टीमों में मैच खेला जा रहा था। इसी दौरान तैश में आकर श्यामलाल का डेरा टीम के खिलाडिय़ों ने एरई टीम के तीन खिलडिय़ों पर जानलेवा हमला कर दिया था। इसमें पवन शर्मा समेत तीन खिलाडिय़ों को गंभीर चोटें आई थीं। हालत गंभीर होने के कारण पवन शर्मा को ग्वालियर स्थित ेक निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। सीटी स्कैन कराने के बाद पता चला है कि उसके ब्रेन में गहरी चोट हैं। अस्पताल में इलाज कर रहे न्यूरो सर्जन के मुताबिक अभीभी वह खतरे से बाहर नहीं है।
पवन के भाई ब्रजेश के मुताबिक डॉक्टर ने अभी करीब एक हफ्ते तक आईसीयू में रखनेे की सलाह दी है। इस बारे में कोतवाली थाना प्रभारी शेर सिंह का कहना है कि अभी फरियादी नहीं आए हैं इसलिए कायमी नहीं हो सकी है पर जल्द ही अस्पताल से एमएलसी रिपोर्ट मंगाकर कायमी कर दी जाएगी।
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