राहुल गांधी मणिपुर धाम से बाहर निकल कर मां धूमावती के दरबार में पहुंचे यहां माथा टेकने के बाद वह पीठ परिसर में स्थित महाभारत कालीन शिवालय में पहुंचे। शिवालय में उन्होने जलाभिषेक किया। जलाभिषेक आचार्य श्रीराम पंडा, पंडित चंद्रमोहन दीक्षित, याज्ञबल्क्य द्विवेदी, कमलेश दुबे, प्रदीप गांगोटिया एवं पुजारी शिवम दुबे ने करवाया।
पूजा – अर्चना करने के पश्चात राहुल गांधी ने स्वामी स्मृति संग्रहालय का अवलोकन किया।उल्लेखनीय हैकि इस संग्रहालय में पीठाधीश्वर स्वामी जी महाराज द्वारा लिखित ग्रंथ, उनके द्वारा उपयोग की गईं बस्तुएं रखीं हैं और प्रमुख फोटो लगे हुए हैं। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया एवं कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष महेश गुलवानी मौजूद रहे।
शंका समाधान भी नहीं कर पाए श्रद्धालु
पीतांबरा पीठ पर बैसे तो सुबह से सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी थी, लेकिन राहुल गांधी के आगमन से करीब एक घंटे पहले ही जो साधक जहां बैठा था वह वहां से हिल नहीं सका। इस दौरान कुछ साधक लघुशंका के लिए भी नहीं जा सके। इस बात को लेकर साधकों ने नाराजगी भी जाहिर की। लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने हाथ जोड़ कर उनको अपनी मजबूरी बताई।
पीतांबरा पीठकी झलकियां
1 – राहुल गांधी जब पीतांबरा पीठ पर स्थित स्मृति संग्रहालय से सभा स्थल की ओर जा रहे थे तो उन्हें बालक अद्वैत शुक्ला ने आवाज दी। इस आवाज पर पलटे और पीछे की ओर भी आए लेकिन एसपीजी ने उन्हें सुरक्षा घेरा नहीं तोडऩे दिया।
2 – राहुल गांधी पीतांबरा पीठ परिसर में लगभग 20 मिनट तक रहे। वह 11.55 बजे करीब मंदिर पहुंचे और करीब 12.15 बजे रवाना हो गए।
3 – राहुल गांधी के पीतांबरा पीठ आने से कुछ देर पहले जाने के कुछ देर तक श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया। इस दौरान बाहर दर्शनार्थियों की भीड़ भी लग गई। मंदिर के अंदर भी राहुल गांधी के पहुंचने से पहले सुरक्षाकर्मियों ने श्रद्धालुओं को एक जगह खड़ा नहीं होने दिया गया।
गड्डों वाली सडक़ पर चले गांधी
प्रशासन ने राहुल गांधी के दतिया प्रवास के दौरान सुरक्षा के तो पर्याप्त प्रबंध किए थे लेकिन आमतौर पर जब कोई वीवीआईपी आता है तो प्रशासन उनाव रोड के गड्डे भरवा देता है। लेकिन राहुल गांधी के दतिया प्रवास के दौरान उनाव रोड के गड्डे नहीं भरवाए गए। उल्लेखनीय है कि उनाव रोड का निर्माण गुणवत्ता युक्त नहीं हुआ है। इस बजह से उनाव रोड पर गड्डे ही गड्डे नजर आए। इस पर प्रभारी मंत्री माया सिंह भी नाराजगी जता चुकी हैं।