सालौन बी निवासी सर्वेश्वर बसेडिय़ा की बाइक दतिया की ओर जाते हुए डंपर को ओवरटेक करने की कोशिश कर रहा था तभी सामने से तेज गति से आ रही शत्रुघ्न की बाइक से उसकी बाइक टकरा गई । हादसा इतना दर्दनाक था कि चालक के शरीर से बड़ी मात्रा में खून निकल पड़ा। हादसे में हुई मौत के बाद सालोन बी व धनौटी गांव में मातम पसर गया। अब सर्वेश्वर के घर में कमाने वाला कोई नहीं बचा।
पुलिस के मुताबिक धनौटी गांव निवासी बाइक चालक शत्रुघ्न (15) पुत्र ओमप्रकाश विश्वकर्मा की बहन पूजा (17) व पड़ोस में रहने वाली छात्रा दोनों ही मैथाना गांव के स्कूल में हाइस्कूल की छात्राएं हैं। उनका परीक्षा केन्द्र शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भांडेर में पड़ा था। शत्रुघ्न दोनों को बाइक पर बैठाकर अंग्रेजी का पर्चा दिलाकर घर लौट रहा था। वहीं सालोन बी गांव निवासी सर्वेश्वर बसेडिय़ा (24) अपनी बाइक पर गांव की ही संतोषी ( 18 ) पुत्री गोविंद किरार व शशि झारखडिय़ा को बैठाकर गांव से दतिया की ओर आ रहे थे। तभी शनिवार की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे भांडेर-भिंड रोड पर डंपर को ओवरटेक करते समय दोनों बाइकें टकरा गईं। बाइकें इतनी तेज रफ्तार में थी ं कि हादसे में सभी छह लोगों को चोटें आईं। सूचना मिलने पर डायल 100 मौके पर पहुंची और पायलट राजेन्द्र यादव व आरक्षक सुरेन्द्र सिंह ने घायलों को अस्पताल पहुंंचाया। भांडेर थाना पुलिस भी मय बल के मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर उनका पोस्टमार्टम करा दिया है।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
हादसे में मृत हुई दसवीं की छात्रा पूजा कोपरीक्षा के दौरान शत्रुघ्न ही उसे रोजाना स्कूल लेने व छोडऩे जाता था। पूजा के दो भाई व चार बहनें हेैं पर शत्रुघ्न ही होनहार था। पिता ओमप्रकाश गांव में ही खटिया व लकड़ी का काम कर परिवार का पालन-पोषण करता है। बेटी व बेटे की मौैत की खबर सुनकर पिता -माता व गांव के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। दोपहर में जैसे ही सूचना गांव में पहुंची कि लोग उसके घर इकट्ठा हो गए।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
हादसे में मृत हुई दसवीं की छात्रा पूजा कोपरीक्षा के दौरान शत्रुघ्न ही उसे रोजाना स्कूल लेने व छोडऩे जाता था। पूजा के दो भाई व चार बहनें हेैं पर शत्रुघ्न ही होनहार था। पिता ओमप्रकाश गांव में ही खटिया व लकड़ी का काम कर परिवार का पालन-पोषण करता है। बेटी व बेटे की मौैत की खबर सुनकर पिता -माता व गांव के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। दोपहर में जैसे ही सूचना गांव में पहुंची कि लोग उसके घर इकट्ठा हो गए।