दरअसल कुछ समय पहले भारत में कोरोना का नया वैरिएंट XE भी 2 राज्यों (गुजरात और महाराष्ट्र) में दस्तक दे चुका है। हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, भारत में नए कोरोनावायरस संक्रमण के कुछ केस सामने आए हैं। वहीं इन दिनों यह केस लगातार बढ़ने के बाद कई एक्सपर्ट चौथी लहर की आशंका भी जता रहे हैं. चौथी लहर को लेकर IIT कानपुर ने एक स्टडी की थी, जिसमें बताया गया था कि चौथी लहर कब आ सकती है।
IIT कानपुर के विशेषज्ञों की रिसर्च के मुताबिक, भारत में COVID-19 महामारी की संभावित चौथी लहर 22 जून 2022 के आसपास शुरू हो सकती है। इस लहर का पीक अगस्त के आखिरी पर चरम पर हो सकता है।
वहीं वर्तमान में कोरोना की रफ्तार में वृद्धि को चौथी लहर के रूप में देखा जा रहा है। मध्यप्रदेश के केवल दतिया मे ही अब तक एक ही हफ्ते में करीब आधा दर्जन संक्रमित सामने आ चुके हैं। वहीं तय लक्ष्य के एक तिहाई लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं।
ये माने जा रहे हैं कारण
पिछले 2 माह से कोरोना संक्रमण भले ही बेहद कम है। ऐेसे में गलती चाहे जनता की हो या प्रशासन की, लेकिन पिछले एक हफ्ते में आधा दर्जन मरीज संख्या में सामने आ गए। जानकारो के अनुसार इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना संक्रमण की चौथी लहर ने दस्तक दे दी है।
कोरोना संक्रमण की पहली दूसरी और तीसरी लहर में प्रशासन ने संक्रमण पर नजर रखने और उन का इलाज करने के लिए अलग से डॉक्टर और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ को नियुक्त किया था।
सैंपलिंग के लिए अलग से व्यवस्था की थी। फीवर क्लीनिंग पर भी इंतजाम थे, लेकिन अब प्रशासन ने इस ओर से ध्यान हटा सा लिया है। इस बात का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि अब स्वास्थ्य विभाग के रुटीन कर्मचारी ही कोरोना पर रख रखे हैं यानि कोरोना के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं है।
गौर करने लायक बात यह है कि इन दिनों में जो संक्रमित हुए हैं उनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। 27 अप्रैल को इंदरगढ़ की एक महिला संक्रमित पाई गई। 30 अप्रैल को रिछरा गांव में एक महिला और दिनारा रोड पर 1 पुरुष। 3 मई को बसई क्षेत्र में 1 महिला। 6 मई को बसई क्षेत्र में ही 1 पुरुष। 7 मई को भांडेर क्षेत्र में 1 महिला और 8 मई को बसई क्षेत्र में हिम्मतपुर में ही 1 महिला संक्रमित पाई गई। वर्तमान में तीन एक्टिव केस सामने हैं।
— डॉ आरबी कुरेले, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी