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90 करोड़ की लागत से बनेगी हाई सिक्योरिटी जेल

locationदतियाPublished: Oct 19, 2021 11:12:52 pm

Submitted by:

rishi jaiswal

500 बंदियों के रहने की रहेगी व्यवस्था 20 फीसदी अतिरिक्त भी रह सकेंगे
 
 

90 करोड़ की लागत से बनेगी हाई सिक्योरिटी जेल

90 करोड़ की लागत से बनेगी हाई सिक्योरिटी जेल

सतीश उदैनियां

दतिया. जिले में जल्द ही हाई सिक्योरिटी जेल बनाई जाएगी। इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने डीपीआर तैयार कर ली है। करीब 90 करोड़ की लागत से इसका निर्माण होगा। खास बात यह है की बाउंड्री वॉल पर इलेक्ट्रिक वायर लगाए जाएंगे। जेल का निर्माण कोरोना प्रोटोकोल के हिसाब से किया जा रहा है।
जिले में अभी भी जेल है लेकिन यह अंग्रेजों के जमाने की है। बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है कई बार सुधार कार्य कराए जा चुके हैं लेकिन अब जिले में हाई सिक्योरिटी जेल बनाने की तैयारी है। लोक निर्माण विभाग के पीआईयू शाखा ने इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर ली है । करीब 90 करोड़ की लागत से बनने वाली जेल में 500 बंदी रह सकेंगे। जेल का निर्माण 11.3 हेक्टेयर यानी करीब 67 बीघा जमीन में किया जाएगा। लगभग 2 साल में इसका निर्माण पूरा होने की उम्मीद है ।
सुरक्षा की दृष्टि से और बढ़ाएं 10 करोड़

सूत्रों के मुताबिक पूर्व में जेल की इमारत का निर्माण 77 करोड़ में होने वाला था डीपीआर भेज दी गई थी लेकिन जेल मुख्यालय ने इसमें कुछ सुधार करने को कहा । जेल को हाई सिक्योरिटी बनाने के लिए करीब 12 करोड़ रुपए अतिरिक्त का एस्टीमेट बनाया गया।
भांडेर बाइपास रोड के पास होगा निर्माण

प्रदेश की अपनी तरह की इस पहली जेल में के लिए भांडेर रोड पर इंदरगढ़ भांडेर बाईपास रोड पर जगह चिन्हित कर ली गई है। इसके लिए 11.3 हेक्टेयर जमीन का इस्तेमाल किया जाएगा हाल ही में डिटेल प्रोजेक्ट तैयार कर जेल मुख्यालय को भेजा गया है। इसका नक्शा भी तैयार हो गया है।
भोपाल में हुआ है नक्शा तैयार

हाई सिक्योरिटी जेल के लिए नक्शा व अन्य तकनीकी चीजें भोपाल में तैयार हुई हैं विभाग के आर्कीटेक्ट अंबिकेश शर्मा ने इसका नक्शा तैयार किया है। खास बात यह रहेगी की जेल की बाउंड्री वॉल के ऊपर हाई सिक्योरिटी वाले इलेक्ट्रिक वायर लगाए जाएंगे ताकि कोई बंदी जब निकले तो करंट का झटका खाए और वापस जेल में आ जाए। जिला जिला बनाने के लिए डीपीआर तैयार कर मुख्यालय भेज दी है। जल्द ही सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद टेंडर जारी किए जाएंगे। करीब 2 साल में इमारत बनकर तैयार होगी।
आरसीसी की होगी दीवार

जेल की दीवार आरसीसी की होगी। इसकी ऊंचाई अलग-अलग स्थानों पर अलग होगी। कम से कम पांच मीटर तो अधिकतम साढ़े छह मीटर ऊंचाई होगी। जेल में जो बैरक बनाए जा रहे हैं वे भी इस तरह से कि कोरोना संक्रमण काल में प्रोटोकॉल का पालन किया जा सके। यही नहीं जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे व अन्य डिवाइस लगाई जाएंगी। खास बात यह है कि अभी तोो क्षमता 500 बंदियों की रहेगी पर जरूरत पडऩे पर जेल में 20 फीसदी और बंदी रखे जा सकेंगे।
एमके द्विवेदी, कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग (पीआईयू)

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