नए साल की शुरूआत से ही जिले में कोरोना मरीजों का बढऩा शुरू हुआ तो 20 दिन में ही यह संख्या पांच सौ के पार निकल गई है। यानी औसत हर रोज 20 या इससे ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। बावजूद इसके जिला स्वास्थ्य विभाग अभी भी कोविड मरीजों को भर्ती नहीं कर रहा है। दतिया मेडिकल कॉलेज की भर्ती व्यवस्था को छोड़ दें तो न तो आईसीयू में कोविड मरीजों को भर्ती की सुविधा है न ही वार्डों में। जबकि कहने को जिला स्वास्थ्य के पास 20 आईसीयू व 60 ऑक्सीजन बेड हैं।
अभी केवल पांच मरीज भर्ती जिले में अब तक पांच सौ से ज्यादा मरीजों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। आईसीएमआर की गाइडलाइन पर गौर करें तो सामने आता है कि संक्रमितों को जिला चिकित्सालय के वार्ड या गंभीर होने पर आईसीयू में भर्ती कराया जा सकता है । यही नहीं उन मरीजों को भी भर्ती कराया जाना चाहिए जिनके घरों पर संक्रमित के रहने के लिए अलग से व्यवस नहीं है। ताकि वे परिवार या आसपास के लोगों को संक्रमित न कर सकें लेकिन स्वास्थ्य विभाग के पास स्थान होने के बाद भी भर्ती करने से बच रहे हैं। जबकि अधिकारी दम भर रहे हैं कि हमारे पास मरीजों को भर्ती का पर्याप्त इंतजाम है। पर वास्तविकता कोसों दूर है। लेकिन अभी कोई मरीज भर्ती नहीं है। मेडिकल कॉलेज द्वारा संचालित कोविड वार्ड में जरूर पांच मरीज भर्ती हैं।
कोविड मरीजों को भर्ती के लिए 295 बिस्तरों की व्यवस्था है। इनमें 60 बिस्तर जिला स्वास्थ्य के सामान्य ऑक्सीजन बेड हैं। डॉ आरबी कुरेले, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी