दतिया मेडिकल कॉलेज में यूं तो
हर साल एमबीबीएस में करीब सवा सौ बच्चों का दाखिला होता है लेकिन अब कॉलेज में लगातार निरीक्षण चल रहे हैं इसी कड़ी में कुछ दिन पहले नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) टीम पहुंची थी, कॉलेज में उन्होंने जाकर निरीक्षण किया। फार्माकोलॉजी यानी दवाओं के अध्ययन संबंधी विषय पर भी 3 विद्यार्थियों को पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कराई जाएगी। संभावना जताई जा रही है कि सब कुछ ठीक रहा तो अगले शिक्षा सत्र में छह विभागों में पीजी कोर्स शुरू हो जाएगा ।
हो सकेगा एलोपैथी की नई
दवाओं पर अध्ययन
फार्मकोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र कुमार बौद्ध ने बताया कि फार्मकोलॉजी चिकित्सा विज्ञान का ऐसा विषय है जिसमें एलोपैथिक दवाओं के मानव शरीर में उपयोग, उनके शरीर पर प्रभाव के बारे में अध्ययन किया जा सकेगा। हाल ही में इसके लिए एनएमसी की टीम आई थी संभवत अगले शिक्षा सत्र से पोस्टग्रेजुएट कोर्स शुरू हो जाएगा।
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6 विभागों में होगा पीजीकोर्स
दतिया मेडिकल कॉलेज में पूर्व में पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी , पीएसएम डिपार्टमेंट में पीजी कोर्स
के लिए इंस्पेवशन हो चुका है अब केवल फिजियोलॉजी के लिए इंस्पेक्शन होना शेष है, इसके बाद अगले शिक्षा सत्र से सभी 6 विभागों में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री के लिए 18 विद्यार्थियों का दाखिला हो सकेगा।