केन्द्रीय सहकारी बैंक के अधिकारी-कर्मचारियों का कहना है कि तीन सितंबर को बतौर बैंक महाप्रबंधक को पदभार संभालने वाले कमल मकासिरे का का व्यवहार अधिकारी-कर्मचारियों के प्रति ठीक नहीं है। बात-बात पर असंयमित भाषा का इस्तेमाल करते हैं। कोई भी कर्मचारी-अधिकारी मकासिरे के साथ काम नहीं करना चाहता। पूर्व में भी इस बात का विरोध किया पर 15 दिन गुजर जाने के बाद भी वे नहीं सुधरे। इसी को लेकर पहले तो अधिकारी-कर्मचारी जिला शाखा पर इकट्ठा हुए। यहां नारेबाजी कर धरना दिया।
कलेक्टर के बुलाने पर सहकारी बैंक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद भार्गव की अगुवाई में भानू खरे, राजेश पुरोहित, हरगोविन्द गोस्वामी ,चेतन श्रीवास्तव समेत आधा दर्जन से ज्यादा अधिकारी -कर्मचारी कलेक्ट्रेट जा पहुंचे। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नाहर सिंह यादव व उपाध्यक्ष संतोष लश्करी के साथ पहुंचे बैंक अधिकारियों के सामने महाप्रबंधक कमल मकासिरे को भी बुलाया। अध्यक्ष नाहर सिंह ने अपेक्स बैंक के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह व सहक ारिता मंत्री डॉ गोविंद सिंह के पीए से बात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि बैंकों में हड़ताल खत्म की जाए जल्द ही कर्मचारियों को संतुष्ट किया जाएगा। वहीं कलेक्ट्रेट से बैंक कर्मचारी यह कहकर दफ्तर पहुंचे कि वे अपने साथियों से बात करते हैं। गौरतलब है कि जिले में सहकारी बैंक की नौ शाखाओं में 130 अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं। लगभग सभी हड़ताल पर रहे।
महाप्रबंधक हटेंगे तभी हड़ताल खत्म
कलेक्टर ने कहा बैंक के महाप्रबंधक को समझा दिया है। आप लोग अपनी हड़ताल वापस ले लें पर महाप्रबंधक को हटाने के बाद ही हड़ताल खत्म करेंगे। क्योंकि उनके व्यवहार में पिछले पंद्रह दिनों से कोई भी अंतर नहीं आया है। उन्हें अपनी नाराजगी से अवगत करा दिया है।
विनोद भार्गव, अध्यक्ष , सहकारी बैंक अधिकारी-कर्मचारी एसोसिएशन
कलेक्टर ने कहा बैंक के महाप्रबंधक को समझा दिया है। आप लोग अपनी हड़ताल वापस ले लें पर महाप्रबंधक को हटाने के बाद ही हड़ताल खत्म करेंगे। क्योंकि उनके व्यवहार में पिछले पंद्रह दिनों से कोई भी अंतर नहीं आया है। उन्हें अपनी नाराजगी से अवगत करा दिया है।
विनोद भार्गव, अध्यक्ष , सहकारी बैंक अधिकारी-कर्मचारी एसोसिएशन