थाना भांडेर पुलिस ने 10 मई को प्रिंस यादव पुत्र हरीमोहन यादव (35) निवासी गोंदन को मोटरसाइकिल से अवैध रूप से शराब ले जाते हुए पकड़ा था। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआइआर के अनुसार प्रिंस यादव को मुखबिर की सूचना पर बागपुरा तिराहा से पकड़ा गया था। युवक मोटरसाइकिल से दो प्लास्टिक की केन में 60 लीटर दारू लिए हुए पकड़ा गया था। यह कहानी तो भांडेर पुलिस की है जो उसने एफआइआर के रूप में दर्ज की है, जबकि इस घटनाक्रम के पीछे की कहानी कुछ और है। इसके पीछे की कहानी पुलिस व परिजनों के बीच हुई बातचीत में रिकॉर्ड हुई है। दरअसल प्रिंस को भांडेर थाना पुलिस ने नहीं, बल्कि गोंदन थाना प्रभारी रमेश जाट ने अपने हमराह फोर्स के साथ पकड़ा था। गोंदन पुलिस ने प्रिंस को पकडऩे के बाद भांडेर पुलिस के सुपुर्द कर दिया और भांडेर पुलिस ने प्रिंस पर अवैध शराब के परिवहन का केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।
युवक के पास कहां से आई शराब
इस घटनाक्रम में खास बात यह है कि जब गोंदन थाना पुलिस ने प्रिंस को अवैध शराब के साथ पकड़ा तो अपने यहां मामला दर्ज क्यों नहीं किया। अगर गोंदन पुलिस ने बगैर शराब के प्रिंस को पकड़ा तो प्रिंस के पास अवैध शराब कहां से आई। क्या पुलिस ने अपनी तरफ से रखी।
थाना प्रभारी से है पुरानी रंजिश
भाजपा के पूर्व वरिष्ठ पार्षद एवं एडवोकेट मुकेश यादव ने बताया कि इस मामले में थाना प्रभारी भांडेर विजय लोधी ने पुरानी रंजिश निभाई है। यादव ने बताया कि जिस युवक को पुलिस ने अवैध शराब के केस में पकड़ा है वह हमारा रिश्तेदार है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016-17 में विजय लोधी गोंदन थाना प्रभारी थे। गोंदन थाना प्रभारी रहते हुए उन्होंने विरोधी पक्ष से सांठगांठ कर प्रिंस पर अवैध शराब का झूठा केस बनाया था। इस मामले में तत्कालीन एसपी द्वारा एसआइ विजय लोधी को निलंबित कर जेल भेजा गया था। इसी रंजिश के चलते भांडेर थाना प्रभारी विजय लोधी ने प्रिंस यादव को विरोधियों और गोंदन पुलिस से सांठगांठ कर झूठा शराब का केस बनाया और जेल भेज दिया, जबकि घटना दिनांक को प्रिंस इंदरगढ़ से दवाई लेकर आ रहा था। इतना ही नहीं इससे पहले विजय लोधी ने प्रिंस के भाई रोवेन्स पर भी अवैध शराब का केस बनाकर उसे जेल भेजा है, जबकि रोवेन्स इंदौर में रहकर कोचिंग करता है और कुछ दिन पहले ही गांव आया था।
गृहमंत्री के जिले में पुलिस की मनमानी
गृहमंत्री के जिले में पुलिस अपनी मनमानी कर रही है। पहले टीआइ रत्नेश यादव और अब दो थाना प्रभारियों गोंदन के रमेश जाट तथा भांडेर के विजय लोधी ने विभाग की छवि को धूमिल किया है। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य ने बताया कि उन्हें गुरुवार को आदेश प्राप्त हुउ हैं। वह इसकी जांच करेंगे।
गोंदन पुलिस कर्मचारी व प्रिंस के भाई प्रविंश के बीच हुई बातचीत के संंपादित अंश
प्रविंश यादव : आप लोगों ने ये अच्छा नहीं किया।
पुलिस : अगर 32 (2) की कार्रवाई हो रही है तो गलत है।
प्रविंश यादव : हम इसकी शिकायत सीएम, गृहमंत्री और अधिकारियों से करेंगे।
पुलिस : कार्रवाई वो कर रहे रहे हैं।
प्रविंश : सब जगह शिकायत करेंगे अब विधायकजी बचा लें, मोटरसाइकिल कहां है।
पुलिस : भांडेर के दरोगाजी आए थे वही मोटरसाइकिल भी उठा कर ले गए हैं।
प्रविंश : आप लोग झूठे केस लगाकर गुंडा बना रहे हो।
पुलिस : साहब से बात नहीं हुई, कहा थी बताया कि भांडेर में किसी केस में सीसीटीवी कैमरा में दिखे हैं। जब हम दरोगाजी के पास गए गाड़ी में बैठे थे।