अरहर की दाल के मामले में तो और भी अनियिमितताएं सामने आ रही हैं। हरेक परिवार को हर माह एक-एक किलो दाल मुफ्त में बांटी जानी थी । इससे भी हजारों परिवार वंचित रह गए। आंकड़ों पर गौर करें तो पाते हैं कि मई में जिले के गरीबों को 101 टन दाल आवंटित हुई थी। इसमें से 100 टन का उठाव हो सका। जून में 101 में से केवल 96 टन का उठाव हो सका जबकि जुलाई की दाल तो नान ने इतनी देर में दी कि अब तक 20 दुकानों तक तो पहुंची ही नहीं। इस बारे में प्रभारी आपूर्ति अधिकारी पीएन वर्मा का कहना है कि जून माह में गड़बड़ी हुई थी। उसका आवंटन माइनस कर दिया जा रहा है।