उल्लेखनीय है कि मरकज से लौटे सभी व्यक्तियों को प्रशासन ने क्वारेंटाइन कर अपनी निगरानी में लिया है। सभी को रविवार को एम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय ले जाया गया जहां उनके सैंपल लिए गए। इसके अलावा रविवार को दो और ऐसे लोगों के बारे में पुलिस को पता चला जो हमीरपुर उत्तरप्रदेश से आकर यहां रिश्तेदारी में रुके हुए थे। हमीरपुर उत्तरप्रदेश से आए यह व्यक्ति चौधरी मुहल्ला वार्ड क्रमांक ११ में रुके हुए थे। जबकि संबंधितों ने अपने यहां से बाहर से आए रिश्तेदारों के रुकने की सूचना पुलिस व प्रशासन को नहीं दी थी। सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर उत्तरप्रदेश से आए दोनों व्यक्तियों सहित जिनके यहां वह रुके हैं उनके कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए।
युवक आईसोलेशन वार्ड में भर्ती
रविवार को एक युवक को जिला चिकित्सालय में बनाए गए आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। आर एम डॉ दिनेश सिंह तोमर ने बताया कि जिस युवक को आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है वह ग्राम रिछारी का रहने वाला है। युवक कुछ दिन पहले राजस्थान से लौटा था। युवक को तेज सांस चलने तथा सांस में लेने में परेशानी होने के कारण आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। युवक का सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक कोरोना संक्रमण की जांच के लिए २८ लोगों के सैंपल लिए हैं। इनमें से एक महिला सहित चार की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि २४ लोगों की रिपोर्ट का इंतजार प्रशासन को है, जिनमें मुरैना से आए पांच पुलिस आरक्षक भी शामिल हैं।
रविवार को एक युवक को जिला चिकित्सालय में बनाए गए आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। आर एम डॉ दिनेश सिंह तोमर ने बताया कि जिस युवक को आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है वह ग्राम रिछारी का रहने वाला है। युवक कुछ दिन पहले राजस्थान से लौटा था। युवक को तेज सांस चलने तथा सांस में लेने में परेशानी होने के कारण आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। युवक का सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक कोरोना संक्रमण की जांच के लिए २८ लोगों के सैंपल लिए हैं। इनमें से एक महिला सहित चार की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि २४ लोगों की रिपोर्ट का इंतजार प्रशासन को है, जिनमें मुरैना से आए पांच पुलिस आरक्षक भी शामिल हैं।
इंदौर से लौट रहे थे मजदूर, रोककर कराई जांच
रविवार को इंदौर से लौट रहे मजदूर वर्ग के 13 लोगों की जांच कराई गई। यह सभी लोग इंदौर से तीन दिन पहले मोटर साइकल से चले थे जिनमें महिलाएं एवं बच्चे भी शामिल हैं। इंदौर से लौटे यह व्यक्ति इंदौर में पानी की टिक्की का ठेला लगाने सहित अन्य छोटे मोटे काम करते थे। लॉक डाउन के कारण आर्थिक संकट पैदा होने पर वह वहां से निकल लिए।सभी लोग भिंड जिले के रहने वाले हैं। दतिया होते हुए भिंड जाने के लिए जब वह दोपहर के समय राजगढ़ चौराहा से निकले तो वहां ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने रोक लिया। इसकी सूचना उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। बाद में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने परीक्षण किया। फिर उन्हें जाने दिया गया।
रविवार को इंदौर से लौट रहे मजदूर वर्ग के 13 लोगों की जांच कराई गई। यह सभी लोग इंदौर से तीन दिन पहले मोटर साइकल से चले थे जिनमें महिलाएं एवं बच्चे भी शामिल हैं। इंदौर से लौटे यह व्यक्ति इंदौर में पानी की टिक्की का ठेला लगाने सहित अन्य छोटे मोटे काम करते थे। लॉक डाउन के कारण आर्थिक संकट पैदा होने पर वह वहां से निकल लिए।सभी लोग भिंड जिले के रहने वाले हैं। दतिया होते हुए भिंड जाने के लिए जब वह दोपहर के समय राजगढ़ चौराहा से निकले तो वहां ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने रोक लिया। इसकी सूचना उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। बाद में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने परीक्षण किया। फिर उन्हें जाने दिया गया।