हुआ यूं कि शासकीय प्राथमिक विद्यालय क्रमांक २ में पदस्थ शिक्षिका स्कूल में पढ़ा रही थी तभी यहां सफाई का कार्य करने वाला अरविंद (२४) पुत्र मूलचन्द्र वाल्मीकि स्कूल में पहुंच गया। यहां उसने सरेआम शिक्षिका का हाथ पकड़ लिया और तमाम अश्लील हरकतें की। पीडि़ता के चिल्लाने पर स्कूल का स्टाफ मौके पर पहुंचा और आरोपी को पकड़ लिया और तत्काल ही पुलिस को बुलाकर उसके हवाले कर दिया। सरेआम हुई इस घटना से नगर में आक्रोश फैल गया। जिसने भी सुना वह थाने पहुंचा और पुलिस अधिकारियों से आरोपी का जुलूस निकालने की मांग की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए दतिया से पहले तो एडीशनल एसपी एसएस गौर मय बल के मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने मांग को जारी रखा और कहा कि इस तरह की हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर हाल में आरोपी का जुलूस निकाला जाए। इस मामले को शांत करने के लिए पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद भी पीडि़ता के परिजन और नगर के सैकड़ों लोग जिसमें बजरंग दल, शिवसेना भी शामिल थे। सभी ने जुलूस निकालने की मांग की पर अधिकारियों द्वारा समझाए जाने पर घण्टों की मशक्कत के बाद इस शर्त पर माने कि आरोपी पर एफआईआर कर उसे जेल भेज दिया जाए।
बाजार बंद कराने का किया प्रयास शुक्रवार की सुबह करीब ८ बजे हुई इस घटना के एक घण्टे बाद ही नगर के हालात यह हो गए कि लोगों ने बाजार बंद कराने की तैयारी शुरू कर दी। थाना परिसर में नारेबाजी की। यह माहौल देख पुलिस अधिकारियों ने भी बड़ी संख्या में पुलिस बल बुला लिया। और दतिया से बज्र वाहन समेत अन्य तैयारियां कर ली। ताकि किसी भी तरह की होने वाली घटना से निपटा जा सके। लेकिन अधिकारियों की समझाइश के बाद हालात सुधरे और बाजार बंद करने की नौबत नहीं आई। करीब चार घण्टे तक चले घटनाक्रम के बाद संगठनों ने माना कि वे बाजार बंद नहीं कराएंगे इसके बाद ही पुलिस अधिकारी वहां से रवाना हुए।
निकाला गया फ्लैग मार्च
निकाला गया फ्लैग मार्च
नगर के हालात बिगड़ते देख पहले तो पुलिस ने आक्रोशित लोगों को खूब समझाया और वे तितर-बितर भी हो गए। लेकिन पुलिस को सूचना मिली कि लोग गली मोहल्लो में इकट्ठा है और उपद्रव कर सकते हैं। इसी आशंका के चलते अधिकारियों ने नगर में फ्लैग मार्च निकाला और जहां भी लोग इकट्ठा दिखे उनके अपने-अपने घरों के लिए रवाना किया। इतना ही नहीं लोगों को चेतावनी दी कि सब कुछ ठीक हो गया है आरोपी को पकड़ लिया गया है।
जुलूस निकालने पर अड़े थे लोग
यह सही है कि आरोपी ने शिक्षिका के साथ छेड़छाड़ की है। आक्रोशित लोगों ने आरोपी का जुलूस निकालने की मांग की लेकिन यह संवैधानिक व्यवस्था नहीं है और हाल ही में दो अप्रैल को हुए बंद के बाद हालात ठीक नहीं है इसलिए जाति विशेष का जुलूस निकालने से हालात बिगड़ सकते थे।
मयंक अवस्थी, पुलिस अधीक्षक