जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। साथ ही होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के बारे में सूचनाएं मिल रही हैं कि वे घरों में रहते हुए परिवार के अन्य सदस्यों को भी संक्रमित कर रहे हैं। एक घर में निकले सिंगल संक्रमित को अब घर में नहीं रहने दिया जाएगा, बल्कि जिले के विभिन्न संस्थाओं में बनाए गए आइसोलेशन केन्द्रों पर रखकर उनका इलाज किया जाएगा। शहर के साथ-साथ गांवों में भी यही व्यवस्था रहेगी। कलेक्टर संजय कुमार ने बताया कि बुधवार को कोरोना संक्रमितों की सूची के बाद परिवार के एकल केसों की छंटनी कर गुरुवार की सुबह से ही संक्रमितों के घर जाकर उन्हें सेंटर भेजा जाएगा। उनका कहना है कि जो संक्रमित जाने से ना-नुकर करेगा उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी। इसके पीछे मकसद है कि संक्रमण को परिवार के अन्य सदस्यों में फैलने से रोकना। उन्हें सात दिनों तक सेंटर में रहना होगा। कोई लक्षण न आने पर उन्हें घर भेज दिया जाएगा।
संक्रमितों के घर लगाए जाएंगे पोस्टर इधर प्रशासन ने यह भी व्यवस्था कर दी है कि जो भी संक्रमित आएगा उसके घर के बाहर पोस्टर लगाया जाएगा। उस पर लिखा होगा कि इस घर में संक्रमित है कृपया दूर रहें। ताकि संक्रमितों से सामान्य लोगों की दूरी बनी रहे।