आपको बता दें कि, ये पहली बार है जब जिले के इस छोटे से छता गांव का कोई नौजवान इंडियन नेवी में रहकर देशसेवा करने जाएगा। गांव में रहने वाले किसान राजेंद्र रावत के पुत्र राहुल का इंडियन नेवी में चयन होने के बाद वह 26 फरवरी को प्रशिक्षण पूरा कर शनिवार दोपहर गांव वापस लौटा। वापस लौटने की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों को लगी तो वो डीजे और ढोल नगाड़े के साथ बैंड-बाजा लेकर गांव के बाहर चौराहे पर इकट्ठे हुए। यहां जैसे ही जवान राहुल रावत पहुंचे तो ग्रामीणों ने बैंडबाजे के साथ उनका जोरदार स्वागत किया।
यह भी पढ़ें- मंडप में राह देखती रही दुल्हन, रस्मों के बीच 10वीं का पेपर देने चला गया दूल्हा, 3 घंटे बाद लौटकर लिए फेरे
जवान ने कहा- ऐसे हुआ इंडियन नेवी में चयन
राहुल रावत ने बताया कि वह रोजाना कम से कम 5 से 7 घंटे तक पढ़ाई करता था। उसका बस एक ही लक्ष्य था कि उसे देश की सेवा करना है और कठिन मेहनत लगन के कारण उसका इंडियन नेवी में चयन हो गया।
मध्य प्रदेश लौटने लगे यूक्रेन में फंसे छात्र, गृहमंत्री ने की पुष्टि, देखें वीडियो