रिछरा गांव निवासी रमेश पाल ने कलेक्टर की जनसुनवाई में शिकायत की कि उसकी पत्नी सुनीता के संबंध कुछ सालों से अच्छे नहीं चल रहे हैं। सुनीता उसकी नाबालिग बेटी की शादी लडक़े वालों से लेनदेन कर करवाना चाह रही है। इसके लिए मंगलवार की तिथि तय हो गई हो गई है। शाम को शादी हो जाएगी। शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेते हुए प्रभारी कलेक्टर कमलेश कुमार भार्गव ने महिला एवं बाल विकास और पुलिस को निर्देशित किया। कुछ ही घंटों में महिला बाल विकास व पुलिस की टीम गांव पहुंची। मौके पर पाया कि सुनीता की 15 वर्षीय बेटी की शादी उत्तर प्रदेश के जालौन जिला निवासी नाबालिग लडक़े के साथ होने वाली है।
खास बात है कि उन्होंने इसके लिए आमंत्रण पत्र नहीं छपवाए थे बल्कि गुपचुप शादी कर रहे थे। टीम ने तत्काल जालौन से आने वाली बारात को फोन करवाया और वहीं रोक दिया। इधर चर्चा यह भी है कि महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम को पीडि़त लडक़ी की मां ने बताया कि रमेश पाल उसे परेशान करता है। खर्च के लिए पत्नी को पैसे नहीं देता। बच्चों की परवरिश नहीं करता इसलिए मजबूरी में उसे काम करना पड़ रहा था। फिलहाल पुलिस और महिला बाल विकास की टीम ने दो नाबालिगों की शादी रुकवा दी ।
सूचना मिलने पर टीम गांव में पहुंची । शादी करने वाले दोनों नाबालिग थे शादी रुकवा दी गई। शिकायतकर्ता रमेश की पत्नी ने भी रमेश के खिलाफ शिकायत की है मामले की जांच कराई जाएगी।
अरङ्क्षवद उपाध्याय, डीपीओ महिला बाल विकास सूचना के आधार पर पुलिस टीम गांव पहुंची थी। शादी की तैयारियां पूरी थी लेकिन शादी रुकवा दी गई। पैसे के लेनदेन का भी लोगों ने बताया है ।
भूमिका दुबे,थाना प्रभारी सिविल लाइन