स्थानीय लाला के ताल के पास रहने वाले लेखराज पुत्र कैलाश अहिरवार (30) पर एक महिला ने धारा 376 आईपीसी के तहत बलात्कार करने का प्रकरण पंजीबद्ध कराया था। लेखराज पहले एक कपड़े की दुकान पर काम करता था और महिला कढ़ाई व पीको का काम करती थी। लेखराज महिला के घर कढ़ाई व पीको के लिए कपड़े लेकर जाता था, इसी दौरान दोनों में नजदीकियां बढ़ गईं। बताया जाता है कि युवक लेखराज कुछ दिन पहले महिला को बहला फुसलाकर अपने साथ दिल्ली ले गया था। दिल्ली में कुछ दिन अपने साथ रखने के साथ झांसी में छोड़कर भाग गया था। इसके बाद महिला ने कोतवाली में लेखराज के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कराया था। मामला दर्ज होने के बाद से लेखराज फरार था, जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी। पुलिस आरोपी को पकड़ पाती इससे पहले ही आरोपी ने मंगलवार देर शाम घटना को अंजाम दे दिया।
लेखराज को फोन करके बुलाया मृतक लेखराज की मां वती देवी एवं भाई सुरेंद्र ने अस्पताल में पत्रिका को बताया कि उसके बेटे को बात करने के लिए संबंधित लोगों ने घर पर फोन करके बुलाया था। घर बुलाने के बाद उसके बेटे पर हमला कर दिया इससे उसकी मौत हो गई।
मोहल्ले में फैली सनसनी परिवार को बंधक बनाकर युवक द्वारा किए जा रहे हमले की जानकारी जब मोहल्ले के लोगों को लगी तो सनसनी फैल गई। शोर सुनकर घटना स्थल पर लोग इका हो गए। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जिला चिकित्सालय में लेखराज को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि घायलों को इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया।
मामले की जांच कर रहे टीआई कोतवाली रविंद्र सिंह गुर्जर का कहना है कि आरोपी के खिलाफ 10 दिन पहले बलात्कार का मामला दर्ज हुआ था। हम आरोपी को ट्रेस कर ही रहे थे कि उसने दिल्ली से आकर घटना को अंजाम दे दिया। उन्होंने बताया कि इस मामले में फिलहाल मर्ग कायम कर मामले की जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।