बॉर्डर सील होने की वजह से मजदूरों को पैदल प्रवेश न मिलने से करीब दस हजार मजदूर फंस गए। मजदूरों को पैदल जाने दिया जाए इस बात को लेकर दोपहर के समय दोनों प्रदेशों के पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों के बीच जमकर झड़प हुई। विवाद की शुरूआत दोनों ओर के पुलिसकर्मियों द्वारा बातचीत का वीडियो बनाने के दौरान हुई। बाद में अधिकारियों के बीच बातचीत होने के बाद वाहनों से देर शाम मजदूरों को उनके गृह जनपद भेजने की व्यवस्था की गई। इस दौरान अपर कलेक्टर विवेक रघुवंशी, एसडीएम वीरेंद्र सिंह बघेल, तहसीलदार सूर्यकांत त्रिपाठी, थाना प्रभारी मोहर सिंह मंंडेलिया आदि अधिकारी-कर्मचारी बॉर्डर पर मौजूद रहे।