उल्लेखनीय है कि विगत एक नवंबर २०१६ को अखिलेश कुशवाहा निवासी जवाहर नगर रेलवे स्टेशन के पास कोंच जिला जालौन उत्तरप्रदेश निवासी अखिलेश कुशवाहा की बका और गोली मार कर हत्या की गईथी। हत्या सरसईथाना अंतर्गत ग्राम सरसई के रास्ते में की गईथी। मृतक अखिलेश की सरसई निवासी रश्मि कुशवाहा के साथ घटना के कुछ महीने पहले ही शादी हुईथी।
शादी के बाद वह पत्नी की जिद पर पहली बार ससुराल जा रहा था। वह दोपहर १२ बजे जैसे ही सरसई के रास्ते में पहुंची तो रश्मि ने बहाने से मोटरसाइकल को रुकवाया। मोटर साइकल रुकवाने के बाद वह उतर कर खड़ी हो गई। इसी दौरान वहां पहले से मौजूद राहुल कुशवाहा तथा उसके दो नाबालिग साथियों ने उसे गोली मारी तथा बका से हमला किया इससे उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मृतका की पत्नी रश्मि कुशवाहा ने पुलिस को दी थी। प्रकरण में अभियोजन की ओर से पैरवी जिला अभियोजन अधिकारी पुष्पेंद्र कुमार गर्ग ने की।
पुलिस को हुआ संदेह, इस पर खुला था राज
बता दें कि घटना की रिपोर्ट रश्मि कुशवाहा ने दर्ज कराईथी। रश्मि ने रिपोर्ट में लूट की घटना के बारे में नहीं बताया था और सिर्फ मोबाइल गायब होना बताया था। यहीं से पुलिस को संदेह हुआ कि सामान्य तौर कोई किसी व्यक्ति की राह चलते हत्या क्यों कर सकता है। पुलिस ने रश्मि से पूछताछ की तो रश्मि टूट गई और मामले का खुलासा हो गया।
बता दें कि घटना की रिपोर्ट रश्मि कुशवाहा ने दर्ज कराईथी। रश्मि ने रिपोर्ट में लूट की घटना के बारे में नहीं बताया था और सिर्फ मोबाइल गायब होना बताया था। यहीं से पुलिस को संदेह हुआ कि सामान्य तौर कोई किसी व्यक्ति की राह चलते हत्या क्यों कर सकता है। पुलिस ने रश्मि से पूछताछ की तो रश्मि टूट गई और मामले का खुलासा हो गया।
इसलिए की थी हत्या
रश्मि और राहुल ने अखिलेश कुशवाहा की हत्या इसलिए की थी कि वह दोनों शादी करके साथ रहना चाहती थे। राहुल और रश्मि एक ही गांव के थे और राहुल का रश्मि के घर आना-जाना था।
सनसनीखेज मामले में था शामिल : अखिलेश कुशवाहा हत्याकांड को कलेक्टर द्वारा गठित जिलास्तरीय समिति द्वारा जघन्य एवं सनसनीखेज प्रकरण के रूप में चिन्हित किया गया था।
रश्मि और राहुल ने अखिलेश कुशवाहा की हत्या इसलिए की थी कि वह दोनों शादी करके साथ रहना चाहती थे। राहुल और रश्मि एक ही गांव के थे और राहुल का रश्मि के घर आना-जाना था।
सनसनीखेज मामले में था शामिल : अखिलेश कुशवाहा हत्याकांड को कलेक्टर द्वारा गठित जिलास्तरीय समिति द्वारा जघन्य एवं सनसनीखेज प्रकरण के रूप में चिन्हित किया गया था।