इस दौरान मंदिर परिसर जयकारों से गुंजायमान हो गया। जैन धर्मशाला स्थित चैत्यालय में भगवान की माल पहनने का सौभाग्य जिनेन्द्र जैन छारेड़ा को, आदिनाथ मंदिर में राजेन्द्र कुमार, गौरव जैन एडवोकेट को प्राप्त हुआ। इसके बाद भगवान की आरती में श्रद्धालु भाव विभोर होकर नृत्य करने लगे। इस अवसर पर शोभायात्रा पुराने शहर स्थित पाŸवनाथ जैन मंदिर से बनीदास की बावड़ी पहुंची। जहां से जल लाकर भगवान पाŸवनाथ का अभिषेक किया गया। इसके बाद आदिनाथ मंदिर में भजन संध्या का आयोजन हुआ। जहां श्रद्धालुओं ने एक से बढ़कर एक भजन गाए।जिससे माहौल भक्तिमय हो गया। इस दौरान समाज के अध्यक्ष कैलाशचंद चांदवाड़, महामंत्री प्रवीण जैन नेताला, संजय जैन, तरूण क्रांति मंच अध्यक्ष गौरव जैन, प्रोफेसर संजय जैन, महावीर जैन सिकन्दरा, विमल जैन चांदराना, एडवोकेट राजेन्द्र जैन, ताराचंद चांदराना, मनीष लुहाडिय़ा, पंकज लुहाडिय़ा आदि मौजूद थे।
लालसोट. अनन्त चतुर्दशी का पर्व पर सुबह से ही सभी जैनालयों में पूजा अर्चना का दौर जारी रहा। चौबीस भगवान का मण्डल माण्डकर विशेष पूजा अर्चना की गई। दोपहर में चन्द्र प्रभु जैन मंदिर में सामूहिक रूप से चौबीस तीर्थकरों की संगीतमय तरीके से विधान पूजन कर अध्र्य भी चढ़ाया गया। शाम को शहर के तीनों जैन मंदिरो में श्रीजी के कलशाभिषेक हुए। भगवान जिनेन्द्र की माला की खुली बोली भी लगाई गई। समाज के श्रद्धालुओं ने व्रत एवं उपवास रखा।(नि.सं.)
मेले में उमड़े श्रद्धालु
लालसोट. डोब गांव स्थित खलकाई माता के मंदिर पर मेले का आयोजन किया गया। इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन करते हुए भंडारे में प्रसादी भी ग्रहण की। इस मौके पर कई गांवों से यात्राएं भी पहुंची। मेले के मौकेे पर भाजपा युवा नेता रामबिलाश मीना, डूंगरपुर सरपंच मुकेश मीना, मोतीलाल मीना, श्रीनारायण पटेल आदि थे।(नि.प्र.)
लालसोट. डोब गांव स्थित खलकाई माता के मंदिर पर मेले का आयोजन किया गया। इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन करते हुए भंडारे में प्रसादी भी ग्रहण की। इस मौके पर कई गांवों से यात्राएं भी पहुंची। मेले के मौकेे पर भाजपा युवा नेता रामबिलाश मीना, डूंगरपुर सरपंच मुकेश मीना, मोतीलाल मीना, श्रीनारायण पटेल आदि थे।(नि.प्र.)
शोभायात्रा निकाली
महेश्वराकला. पुरोहितों का बास गांव से क्षेत्रपाल की शोभायात्रा निकाली गई। इसमें महिलाएं भजनों पर नृत्य कर रही थी, वहीं पुरुष ध्वज लेकर जयघोष लगाते आगे बढ़ रहे थे। मार्ग में देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर ध्वज चढ़ाया गया। यात्रा विभिन्न मार्गों से होती हुई वापस गांव पहुंची। जहां सत्संग में कलाकारों ने भजनों की प्रस्तुति दी। अंत में प्रसादी वितरण की गई। रणजीत, श्रवण पटेल श्रीनारायण, लक्ष्मीनारायण, भगवानसहाय, सीताराम, लादूराम, भूरामल, सुंदरलाल ब्याडवाल मौजूद थे।
महेश्वराकला. पुरोहितों का बास गांव से क्षेत्रपाल की शोभायात्रा निकाली गई। इसमें महिलाएं भजनों पर नृत्य कर रही थी, वहीं पुरुष ध्वज लेकर जयघोष लगाते आगे बढ़ रहे थे। मार्ग में देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर ध्वज चढ़ाया गया। यात्रा विभिन्न मार्गों से होती हुई वापस गांव पहुंची। जहां सत्संग में कलाकारों ने भजनों की प्रस्तुति दी। अंत में प्रसादी वितरण की गई। रणजीत, श्रवण पटेल श्रीनारायण, लक्ष्मीनारायण, भगवानसहाय, सीताराम, लादूराम, भूरामल, सुंदरलाल ब्याडवाल मौजूद थे।