जिले में कोरोना संक्रमण से राहुवास के समीप जीतपुर निवासी नीतू मीना, गुढाकटला निवासी गिर्राज प्रसाद योगी, महुवा निवासी रमनलाल, लवाण निवासी सीताराम की दौसा में मौत हो गई। वहीं नांगलचापा निवासी सुरेश सैनी की जयपुर में कोरोना से मौत हुई।
यह है ब्लॉकवार स्थिति
जिले में अब तक जो 10 हजार 389 केस पॉजिटिव आए हैं, उनमें से अकेले दौसा ब्लॉक में ही 4019 जने पॉजिटिव आ चुके हैं। इसी प्रकार बांदीकुई में 1616, सिकराय में 1417,लालसोट में 1687 व महुवा में 1650 जने कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।
जिले में कोरोना मरीज वैसे तो जिलेभर में चौतरफा आए हैं, लेकिन दौसा शहर की बात करें तो बजरंग बिहार, कृष्णा कॉलोनी, हाऊसिंग बोर्ड, अयोध्या नगर, छोटी दौसा, दौसा खुर्द, लालसोट रोड, चौधरी कॉलोनी, मधुवन विहार, आनद कॉलोनी, गोविन्द नगर, संैथल, हिंगोटिया, मिश्रों की ढाणी, छतरीवाली ढाणी, नेताजी सुभाष कॉलोनी, तेली मोहल्ला, दौसा मार्बल सहित शहर एवं ग्रामीण इलाके में कोरोना के केस पॉजिटिव पाए गए हैं।
विभाग आखिर कब तक बोलेगा झूठ
चिकित्सा विभाग कोरोना एवं कोरोना लक्षण वाले मरीजों की संख्या के आंकड़े छिपाने से गुरेज नहीं कर रहा है। चिकित्सा विभाग द्वारा प्रतिदिन सभी आंकड़ों में सुधार कर दिया जाता है, लेकिन मरीजों की संख्या का 300 के करीब आंकड़ा निर्धारित कर रखा है। विभाग की 10 मई को जारी रिपोर्ट में कोरोना से मृतकों की संख्या 44 थी और 11 मई को जारी सूची में भी 44 ही दर्शा रखी है, जबकि जिला अस्पताल में प्रतिदिन आंकड़ों के हिसाब से तो संख्या अधिक होनी चाहिए। विभाग की मृतकों के आंकड़े छिपाने के पीछे मंशा से सवाल खड़े होने लगे हैं। इसके अलावा कई कोरोना मरीज पॉजिटिव से नेगेटिव तक हो जाते हैं, इसके बावजूद उनका नाम सूची में नहीं आता है। इससे लग रहा है कि दो-तीन दिन की देरी से सूची में नाम दिए जा रहे हैं। विभाग न केवल कोरोना मृतकों के आंकड़े छिपा रहा है बल्कि एचआरसीटी के मरीजों की भी संख्या सही नहीं दर्शा रहा है।